‘I'm not a robot’ पर क्लिक करते ही चालू हो गई हरकतों की जांच, जानिए कैसे?

जब भी आप इंटरनेट पर कोई फॉर्म भरते हैं या किसी वेबसाइट पर लॉगिन करते हैं तो आपने एक बॉक्स में "I’m not a robot" जरूर देखा होगा। जानते हैं कि इसका मतलब क्या है।

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I m not a robot

By Priyanka Kumari:

जब भी आप इंटरनेट पर कोई फॉर्म भरते हैं या किसी वेबसाइट पर लॉगिन करते हैं तो आपने एक बॉक्स में "I’m not a robot" जरूर देखा होगा। आप सोचते होंगे कि बस टिक करना है और आगे बढ़ जाना है। लेकिन हकीकत में ये एक सिक्योरिटी सिस्टम होता है, जो ये जांचता है कि सामने इंसान है या कोई कंप्यूटर प्रोग्राम।

क्या होता है CAPTCHA?

इस तरह के बॉक्स को CAPTCHA कहा जाता है। इसका पूरा नाम Completely Automated Public Turing test to tell Computers and Humans Apart है। आसान भाषा में कहें तो यह एक ऐसा तरीका है जो कंप्यूटर और इंसान में फर्क करता है। इसका मकसद बॉट्स (Bots) यानी नकली यूजर को रोकना और सिर्फ असली इंसान को आगे जाने देना है।

सिर्फ क्लिक नहीं, चालू हो जाती है जांच

जब आप "I’m not a robot" वाले बॉक्स पर क्लिक करते हैं, तो कंप्यूटर आपकी हरकतों को ध्यान से देखता है।
जैसे:

  • आपने माउस को कैसे घुमाया?
  • कितनी देर में क्लिक किया?
  • क्लिक करने से पहले आप स्क्रीन पर क्या कर रहे थे?

अगर आपकी हरकतें इंसानों जैसी होती हैं तो आपको बिना रोक-टोक आगे बढ़ा दिया जाता है। लेकिन अगर कुछ भी अजीब या बॉट जैसा लगता है तो आपको एक और टेस्ट दिया जाता है।

क्यों आते हैं ट्रैफिक लाइट और जेब्रा क्रॉसिंग वाले फोटो?

अगर सिस्टम को शक होता है कि आप इंसान नहीं हैं, तो आपको तस्वीरों वाला टेस्ट दिया जाता है। जैसे कि सभी ट्रैफिक लाइट वाली फोटो चुनिए" या "सभी जेब्रा क्रॉसिंग पर क्लिक कीजिए"। ये तस्वीरें इंसान आसानी से पहचान लेते हैं, लेकिन कंप्यूटर प्रोग्राम को इसमें दिक्कत होती है।

ब्राउजर का डेटा भी देखा जाता है

आपका ब्राउजर भी सिस्टम को बहुत कुछ बता देता है। अगर आप अपने पहचान वाले ब्राउजर से आए हैं, जिसमें आप पहले से Google या किसी साइट में लॉग इन हैं, तो सिस्टम को लगता है कि आप असली यूजर हैं। लेकिन अगर आप इनकॉग्निटो मोड में हैं या नया ब्राउजर इस्तेमाल कर रहे हैं, तो आपको टेस्ट ज्यादा दिए जा सकते हैं।

क्यों जरूरी है ये सब?

आजकल बहुत सारे ऑटोमेटेड बॉट्स वेबसाइट्स को हैक करने, फर्जी अकाउंट बनाने या स्पैम भेजने की कोशिश करते हैं। CAPTCHA इन्हीं से बचाने के लिए होता है। इससे वेबसाइट की सुरक्षा बनी रहती है और असली यूजर को ही एंट्री मिलती है।

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