1000 अंक से ज्यादा उछला सेंसेक्स, निफ्टी भी 25000 के पार! इन 6 कारणों से दौड़ा शेयर बाजार
सुबह 10 बजे तक मारुति, बजाज फाइनेंस, महिंद्रा एंड महिंद्रा, अल्ट्राटेक सीमेंट, ट्रेंट और बजाज फिनसर्व टॉप गेनर्स रहे। ऑटो स्टॉक्स 3.4% और कंज्यूमर स्टॉक्स में 1.8% का उछाल देखने को मिला, जबकि स्मॉल-कैप और मिड-कैप इंडेक्स में भी 1% की बढ़ोतरी हुई।

Sensex, Nifty Today: सोमवार को घरेलू शेयर बाजार में जोरदार तेजी देखने को मिल रही है। खबर लिखे जानें तक सेंसेक्स 1,082 अंक चढ़कर 81,680.63 पर और निफ्टी 370 अंक उछलकर 25,002.20 पर पहुंच गया। यह उछाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिवाली से पहले होने वाले जीएसटी सुधार लागू करने की घोषणा और S&P ग्लोबल रेटिंग्स द्वारा भारत की सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग अपग्रेड करने के बाद आया।
सुबह 10 बजे तक मारुति, बजाज फाइनेंस, महिंद्रा एंड महिंद्रा, अल्ट्राटेक सीमेंट, ट्रेंट और बजाज फिनसर्व टॉप गेनर्स रहे। ऑटो स्टॉक्स 3.4% और कंज्यूमर स्टॉक्स में 1.8% का उछाल देखने को मिला, जबकि स्मॉल-कैप और मिड-कैप इंडेक्स में भी 1% की बढ़ोतरी हुई।
बाजार के तेजी के पीछे ये 6 कारण
1. जीएसटी रेट्स में सुधार की उम्मीद- प्रधानमंत्री मोदी ने 15 अगस्त के अपने भाषण में कहा था कि केंद्र ने जीएसटी सुधारों का ड्राफ्ट राज्यों को भेजा है और दिवाली से पहले इसे लागू करने की तैयारी है। प्रस्ताव के तहत अधिकतर वस्तुएं और सेवाएं 5% और 18% स्लैब में आ सकती हैं। इससे ऑटो, सीमेंट और बीमा कंपनियों को राहत मिल सकती है।
2. S&P रेटिंग अपग्रेड- एजेंसी ने भारत की लंबी अवधि की सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग ‘BBB-’ से बढ़ाकर ‘BBB’ कर दी है। 2007 के बाद यह पहली अपग्रेड है। इसका कारण देश की मजबूत आर्थिक बढ़त, अच्छी नीतियों पर भरोसा और सरकार का खर्च पर नियंत्रण बताया गया है।
3. वैश्विक संकेत मजबूत- जापान का निक्केई, शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग हरे निशान में रहे। वॉल स्ट्रीट फ्यूचर्स में भी मजबूती दिखने को मिल रही है।
4. कच्चे तेल में नरमी- ब्रेंट क्रूड 0.05% फिसलकर 65.82 डॉलर प्रति बैरल पर आया। इससे आयात बिल और महंगाई को लेकर चिंताएं घटी हैं।
5. रुपया मजबूत- घरेलू इक्विटी रैली के बीच रुपया 20 पैसे चढ़कर 87.39 प्रति डॉलर पर पहुंच गया है।
6. अमेरिका से राहत के संकेत- राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इशारा किया कि वॉशिंगटन रूस से कच्चा तेल खरीदने वाले देशों पर सेकेंडरी टैरिफ नहीं लगाएगा। इससे भारत पर संभावित असर की चिंता घटी है।