इजरायल-ईरान के युद्ध के अलावा इन 4 कारणों से भी टूटा भारतीय शेयर बाजार

मुख्य तौर पर यह गिरावट इजरायल और ईरान के बीच चल रहे युद्ध के कारण आई है लेकिन चार अन्य फैक्टर्स भी है जो बाजार की गिरावट का कारण बने हैं।

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By Gaurav Kumar:

Share Market Today: शुक्रवार को शेयर बाजार के लिए ‘ब्लैक फ्राइडे’ साबित हो रहा है। 13 जून 2025 को बेंचमार्क इक्विटी इंडेक्स में भारी गिरावट आई है। सेंसेक्स और निफ्टी में आज 1% से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई है। मुख्य तौर पर यह गिरावट इजरायल और ईरान के बीच चल रहे युद्ध के कारण आई है लेकिन चार अन्य फैक्टर्स भी है जो बाजार की गिरावट का कारण बने हैं। 

फिलहाल खबर लिखे जानें तक सेंसेक्स 10:56 बजे तक 0.86% या 706.32 अंक गिरकर  80,985.66 अंक पर कारोबार कर रहा था तो वहीं निफ्टी 0.84% या 208 अंक टूटकर 24,680.20 अंक पर ट्रेड कर रहा था।

शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 1,337.39 अंक या 1.63 प्रतिशत गिरकर 80,354.59 पर आ गया था जबकि निफ्टी 415.2 अंक या 1.66 प्रतिशत गिरकर 24,473 पर आ गया था। शुरुआती कारोबार में कोटक महिंद्रा बैंक, पावर ग्रिड, अडानी पोर्ट्स, टाटा मोटर्स, अल्ट्राटेक सीमेंट और एशियन पेंट्स टॉप लूजर थे। 

इन कारणों से बिखरा भारतीय शेयर बाजार?

1. मीडिल ईस्ट में तनाव

शुक्रवार की सुबह इजरायल ने ईरान पर परमाणु ठिकानों को निशाना बनाकर हमला किया, जिससे मीडिल ईस्ट में युद्ध की आशंका बढ़ गई है। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने इजरायल के खिलाफ “कड़ी सजा” की चेतावनी दी, जिससे आगे की जवाबी कार्रवाई का खतरा बढ़ गया है।

2. कमजोर ग्लोबल संकेत

दक्षिण कोरिया के कोस्पी, जापान के निक्केई 225, शंघाई के एसएसई कंपोजिट और हांगकांग के हैंग सेंग सहित एशियाई बाजारों में गिरावट दर्ज की गई। वॉल स्ट्रीट फ्यूचर्स भी सुबह 10:15 बजे 1 प्रतिशत से अधिक नीचे थे, जो निवेशकों की बढ़ती घबराहट को दर्शाता है।

3. क्रूड ऑयल की कीमतों में तेजी

इजराइल के हमलों की रिपोर्ट के बाद ब्रेंट क्रूड 9.33 प्रतिशत उछलकर 75.83 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। ईरान और इजरायल के युद्ध के कारण तेल उत्पादक देशों से आपूर्ति बाधित होने की आशंका बढ़ गई है। भारत अपनी तेल जरूरतों का 85 प्रतिशत से अधिक आयात करता है, ऐसे में कच्चे तेल की कीमतों में तेज उछाल से व्यापार घाटे को खतरा है और रुपये पर और दबाव पड़ सकता है।

4. कमजोर रुपया

शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 56 पैसे गिरकर 86.08 पर आ गया। मजबूत डॉलर मांग, कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें, कमजोर घरेलू शेयर बाजार और विदेशी पूंजी की लगातार निकासी के कारण यह गिरावट आई।

5. FII की बिकवाली

विदेशी संस्थागत निवेशकों ने गुरुवार को 3,831.42 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जिससे बाजार में गिरावट का दबाव बढ़ गया।

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