Tata Steel, Vedanta, JSW Steel, Jindal Steel देखते ही देखते दौड़ गए
आज नेशनल एल्युमीनियम (6%), एनएमडीसी (4.59%), टाटा स्टील (4.22%), वेदांता (4.46%), जेएसडब्ल्यू स्टील (2.87%) और जिंदल स्टील (3%) के शेयर सबसे ज्यादा प्रॉफिट में रहे। जेएसडब्ल्यू स्टील का शेयर 2.87% चढ़कर 1,009.80 रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। सेंसेक्स और निफ्टी में नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने में मेटल शेयरों की अहम भूमिका रही।

मंगलवार को शेयर बाजार में मेटल स्टॉक्स खूब चमके। टाटा स्टील, वेदांता, जेएसडब्ल्यू स्टील, जिंदल स्टील, एनएमडीसी और नेशनल एल्युमीनियम जैसी मेटल स्टॉक्स में 6 परसेंट तक की तेजी आई।
आज नेशनल एल्युमीनियम (6%), एनएमडीसी (4.59%), टाटा स्टील (4.22%), वेदांता (4.46%), जेएसडब्ल्यू स्टील (2.87%) और जिंदल स्टील (3%) के शेयर सबसे ज्यादा प्रॉफिट में रहे। जेएसडब्ल्यू स्टील का शेयर 2.87% चढ़कर 1,009.80 रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। सेंसेक्स और निफ्टी में नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने में मेटल शेयरों की अहम भूमिका रही।
दरअसल चीन से मिले पॉजिटिव सिग्नल के कारण निफ्टी मेटल इंडेक्स भी 254 अंक चढ़कर 9,709 पर पहुंच गया।
रिपोर्ट के अनुसार, चीन मौजूदा ऋणों की ब्याज दरों को कम करेगा और साथ ही रिएल एस्टेट को उभारने की कोशिश करेगा।
आनंद राठी इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के एनालिस्ट पार्थिव झोन्सा ने कहा, "चीनी सरकार घर खरीदारों को छूट दे सकती है जिससे रिएल एस्टेट सेक्टर को उभारा जा सके। इससे स्टील की खपत भी बढ़ने की उम्मीद है। चाइनीज हाउसिंग मार्केट पिछले चार सालों से संघर्ष कर रहा है, और जब तक कीमतों में स्थिरता नहीं आती है और बिना बिकी सूची में कमी नहीं आती है, तब तक कोई भी सरकारी पहल अपर्याप्त होगी।''
शेयरों की बात करें तो नेशनल एल्युमीनियम के शेयर आज बीएसई पर 6% बढ़कर 190.75 रुपये पर पहुंच गए। कंपनी का मार्केट कैप बढ़कर 35,061 करोड़ रुपये हो गया।
बीएसई पर एनएमडीसी के शेयर 4.59% चढ़कर 225.45 रुपये पर पहुंच गए। कंपनी का बाजार पूंजीकरण 65,850 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
टाटा समूह की मेटल कंपनी टाटा स्टील के शेयर 4.22% बढ़कर 161.25 रुपये पर पहुंच गए और कंपनी का बाजार पूंजीकरण बढ़कर 2 लाख करोड़ रुपये हो गया।
बीएसई पर वेदांता के शेयर में भी 4.46% की तेजी देखी गई और यह 473.60 रुपये पर पहुंच गया। अनिल अग्रवाल की अगुआई वाली इस कंपनी का मार्केट कैप 1.84 लाख करोड़ रुपये रहा।