स्मॉल कैप टेलीकॉम कंपनी ने जुटाए ₹208 करोड़! सोमवार 15 दिसंबर को रडार पर रहेगा ये शेयर - Details
यह शेयर सोमवार, 15 दिसंबर को निवेशकों के रडार पर रहेगा। दरअसल कंपनी ने बीते शुक्रवार को बाजार बंद होने के बाद अपने एक एक्सचेंज फाइलिंग में बड़ी जानकारी दी है।

Small Cap Stock: NSE SME पर लिस्ट टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी, सर टेलीवेंचर लिमिटेड (Sar Televenture Limited) का शेयर सोमवार, 15 दिसंबर को निवेशकों के रडार पर रहेगा। दरअसल कंपनी ने बीते शुक्रवार को बाजार बंद होने के बाद अपने एक एक्सचेंज फाइलिंग में बड़ी जानकारी दी है।
कंपनी ने बताया कि उसने प्रेफरेंशियल इश्यू के जरिए करीब 208.46 करोड़ रुपये जुटाए हैं। यह फंड पूरी तरह से कन्वर्टिबल वारंट के जरिये आया है, जिसमें संस्थागत और रणनीतिक निवेशकों की मजबूत भागीदारी रही।
एक्सचेंज को दी जानकारी के मुताबिक, कंपनी ने 1,00,70,500 कन्वर्टिबल वारंट जारी किए हैं। हर वारंट की कीमत 207 रुपये रखी गई है। इन वारंट्स के जरिए निवेशक एक-एक इक्विटी शेयर में कन्वर्ट कर सकेंगे। यह अधिकार अलॉटमेंट की तारीख से 18 महीने तक वैध रहेगा।
कंपनी ने इस रणनीतिक फंड जुटाने की प्रक्रिया को औपचारिक मंजूरी दिलाने के लिए 3 जनवरी 2026 को असाधारण आम बैठक (EGM) बुलाई है। यह बैठक पूरी तरह ऑनलाइन होगी, जिसमें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और अन्य डिजिटल माध्यमों का इस्तेमाल किया जाएगा।
सर टेलीवेंचर का शेयर शुक्रवार को एनएसई पर 0.02% या 0.05 रुपये गिरकर 220 रुपये पर बंद हुआ था। कंपनी का मार्केट कैप 1,036.37 करोड़ रुपये का है।
Sar Televenture Q2 FY26 Results
सितंबर तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट 127% बढ़कर ₹36.25 करोड़ पहुंच गया, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में यह ₹15.99 करोड़ था। ऑपरेशंस से रेवेन्यू भी 106.6% उछलकर ₹241.76 करोड़ पर पहुंच गया, जो Q2FY25 में ₹117 करोड़ था।
सीक्वेंशियली भी कंपनी ने दमदार ग्रोथ दिखाई। जून 2025 तिमाही की तुलना में मुनाफा 27% बढ़ा है, जबकि रेवेन्यू 16.7% बढ़कर ₹207 करोड़ से ₹241.76 करोड़ हो गया। लगातार बढ़ती कमाई और रेवेन्यू ने बाजार में कंपनी के बारे में सकारात्मक धारणा बनाई है।
हाल ही में किया था बड़ा अधिग्रहण
पिछले महीने SAR Televenture ने बड़ा कदम उठाया। कंपनी ने 100% हिस्सेदारी हासिल करने के लिए Blue Lotus Support Services और Whitefield Communications के साथ ₹800 करोड़ की डील साइन की। यह हालिया अधिग्रहण कंपनी के विस्तार की दिशा में महत्वपूर्ण रणनीतिक पहल माना जा रहा है।