SME सेगमेंट के इस टेलीकॉम इंफ्रा स्टॉक में 2% से ज्यादा उछाल, इस खबर के बाद रडार पर शेयर
दरअसल कंपनी ने बीते शुक्रवार को बाजार बंद होने के बाद अपने लेटेस्ट एक्सचेंज फाइलिंग में एक बड़ी जानकारी दी थी जिसके बाद से ही स्टॉक फोकस में है।

Sar Televenture Share Price: Nifty SME Emerge पर लिस्ट टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर की कंपनी, सर टेलीवेंचर लिमिटेड (Sar Televenture Limited) के शेयरों में आज 2 प्रतिशत से ज्यादा की तेजी देखने को मिल रही है। खबर लिखे जानें तक स्टॉक सुबह 10:19 बजे तक एनएसई पर 2.41% या 4.95 रुपये की तेजी के साथ 210 रुपये पर कारोबार कर रहा था।
दरअसल कंपनी ने बीते शुक्रवार को बाजार बंद होने के बाद अपने लेटेस्ट एक्सचेंज फाइलिंग में एक बड़ी जानकारी दी थी जिसके बाद से ही स्टॉक फोकस में है।
कंपनी ने अपने एनएसई फाइलिंग में बताया कि प्रेफरेंशियल आधार पर नई इक्विटी शेयर जारी करने के प्रस्ताव सहित अन्य मामलों पर चर्चा की बोर्ड मीटिंग 28 नवंबर को होनी थी जिसे अब टाल दिया गया है और अब यह शुक्रवार, 5 दिसंबर 2025 को होगा।
Sar Televenture Q2 FY26 Results
सितंबर तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट 127% बढ़कर ₹36.25 करोड़ पहुंच गया, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में यह ₹15.99 करोड़ था। ऑपरेशंस से रेवेन्यू भी 106.6% उछलकर ₹241.76 करोड़ पर पहुंच गया, जो Q2FY25 में ₹117 करोड़ था।
सीक्वेंशियली भी कंपनी ने दमदार ग्रोथ दिखाई। जून 2025 तिमाही की तुलना में मुनाफा 27% बढ़ा है, जबकि रेवेन्यू 16.7% बढ़कर ₹207 करोड़ से ₹241.76 करोड़ हो गया। लगातार बढ़ती कमाई और रेवेन्यू ने बाजार में कंपनी के बारे में सकारात्मक धारणा बनाई है।
हाल ही में किया था बड़ा अधिग्रहण
पिछले महीने SAR Televenture ने बड़ा कदम उठाया। कंपनी ने 100% हिस्सेदारी हासिल करने के लिए Blue Lotus Support Services और Whitefield Communications के साथ ₹800 करोड़ की डील साइन की। यह हालिया अधिग्रहण कंपनी के विस्तार की दिशा में महत्वपूर्ण रणनीतिक पहल माना जा रहा है।
एक्सचेंज फाइलिंग के अनुसार, इस डील से SAR Televenture की दक्षिण भारत में मौजूदगी काफी मजबूत होगी। खासकर उन राज्यों में जहां डेटा इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है और 5G रोलआउट तेज़ी पकड़ रहा है—कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश। यह अधिग्रहण कंपनी की टावर मैनेजमेंट, फाइबर डिप्लॉयमेंट और नेटवर्क मेंटेनेंस जैसी एंड-टू-एंड टेलीकॉम इंफ्रा सर्विसेज को और मजबूत करेगा।