रिलायंस, एचडीएफसी, भारती, बजाज, अडाणी और टाटा ग्रुप: 2025 में किसने किया निवेशकों को सबसे ज्यादा मालामाल?
Tata Group, Reliance Group, HDFC Group, Bharti Group, Bajaj Group, Adani Group और ICICI Group ने मिलकर करीब 10 लाख करोड़ रुपये की मार्केट कैप जोड़ी। इन सातों की कुल वैल्यूएशन अब 122 लाख करोड़ रुपये के आसपास पहुंच चुकी है, जो Nifty 50 के कुल मार्केट कैप का करीब 60 फीसदी है।

साल 2025 भारतीय शेयर बाजार के लिए उतार-चढ़ाव और सेक्टर रोटेशन से भरा रहा, लेकिन इसके बावजूद देश के बड़े कारोबारी ग्रुप्स ने निवेशकों की झोली भर दी। Tata Group, Reliance Group, HDFC Group, Bharti Group, Bajaj Group, Adani Group और ICICI Group ने मिलकर करीब 10 लाख करोड़ रुपये की मार्केट कैप जोड़ी। इन सातों की कुल वैल्यूएशन अब 122 लाख करोड़ रुपये के आसपास पहुंच चुकी है, जो Nifty 50 के कुल मार्केट कैप का करीब 60 फीसदी है।
2025 का सबसे बड़ा सितारा Reliance Industries रहा। मुकेश अंबानी के इस दिग्गज समूह ने करीब 4.6 लाख करोड़ रुपये की मार्केट कैप जोड़ी, जबकि शेयर में लगभग 30 फीसदी की तेजी आई। साल की शुरुआत भले ही सुस्त रही हो, लेकिन टेलीकॉम और रिटेल कारोबार ने रफ्तार बदल दी। ग्लोब कैपिटल के एसोसिएट वीपी और रिसर्च हेड गौरव शर्मा ने बिजनेस टुडे से बातचीत में कहा कि जब इस साइज का स्टॉक 27-30 फीसदी चलता है, तो पूरे बाजार पर असर साफ दिखता है। जियो और डिमर्जर की चर्चाओं ने इसमें बड़ी भूमिका निभाई।
दूसरे नंबर पर Bharti Airtel रहा, जिसने निवेशकों की संपत्ति में 3.5 लाख करोड़ रुपये जोड़े। कंपनी की कमाई में उछाल का बड़ा कारण ARPU का 120-140 के स्तर से बढ़कर 250 के पार जाना रहा। शर्मा ने कहा कि वह पूरे साल इस स्टॉक पर पॉजिटिव रहे और आगे भी 30 फीसदी ग्रोथ को जायज मानते हैं।
HDFC Bank के नेतृत्व वाला HDFC ग्रुप भी पीछे नहीं रहा और 2.2 लाख करोड़ रुपये जोड़े। हालांकि रिटर्न्स के लिहाज से साल थोड़ा ठंडा रहा। शर्मा का मानना है कि 2026 में बैंक का प्रदर्शन बेहतर रहेगा और यह उनकी पसंदीदा पिक बनी रहेगी।
हिंडनबर्ग प्रकरण के बाद रिकवरी कर रहे Adani Group ने 1.1 लाख करोड़ रुपये जोड़े। शर्मा ने निवेशकों को धैर्य रखने की सलाह दी और Adani Ports को अपनी टॉप पिक बताया।
Bajaj Group ने 2.6 लाख करोड़ रुपये की बढ़त दर्ज की। बजाज फिनसर्व में एलियांज हिस्सेदारी का अधिग्रहण साल की बड़ी खबरों में रहा।
वहीं, Tata Group के लिए 2025 चुनौतीपूर्ण रहा। TCS अकेले करीब 3 लाख करोड़ रुपये की वैल्यू गंवा बैठा, हालांकि टाटा स्टील में 25 फीसदी की तेजी ने कुछ राहत दी। शर्मा को उम्मीद है कि 2026 के मध्य तक टाटा ग्रुप में फिर से रफ्तार लौटेगी।