Penny Stock: बोनस शेयर, R&D लैब और अनार की खेती, इस कंपनी का मास्टर प्लान आया सामने

अहमदाबाद की मुराए ऑर्गनाइजर लिमिटेड ने एलान किया है कि वह आने वाले समय में रिसर्च एंड डेवलपमेंट (R&D) और बुनियादी ढांचे पर बड़े पैमाने पर निवेश करने जा रही है। कंपनी ने इसके लिए करीब 80 करोड़ रुपये तक जुटाने की योजना बनाई है।

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By Priyanka Kumari:

अहमदाबाद की मुराए ऑर्गनाइजर लिमिटेड ने एलान किया है कि वह आने वाले समय में रिसर्च एंड डेवलपमेंट (R&D) और बुनियादी ढांचे पर बड़े पैमाने पर निवेश करने जा रही है। कंपनी ने इसके लिए करीब 80 करोड़ रुपये तक जुटाने की योजना बनाई है, जो योग्य संस्थागत प्लेसमेंट (QIP) के जरिए होगा। यह कदम शेयरधारकों और नियामक संस्थाओं की मंजूरी पर निर्भर करेगा।

कहां लगेगा पैसा?

कंपनी ने अपने शुरुआती प्लान में बताया कि 5-7 करोड़ रुपये की लागत से एक कृषि रिसर्च लैब बनाई जाएगी। इसके अलावा 25-30 करोड़ रुपये प्रोसेसिंग और पैकेजिंग के इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च होंगे। 30-35 करोड़ रुपये वर्किंग कैपिटल यानी इन्वेंट्री और सप्लाई के लिए इस्तेमाल होंगे। साथ ही 5-8 करोड़ रुपये डिजिटल ट्रेसेबिलिटी सिस्टम लाने में लगाए जाएंगे और 3-5 करोड़ रुपये आकस्मिक ज़रूरतों व नियमों के अनुपालन के लिए रखे जाएंगे।

शेयरधारकों को बोनस का तोहफा

मुराए ऑर्गनाइजर ने हाल ही में बोनस शेयर (Bonus Shares) का ऐलान किया। कंपनी ने 7 अगस्त 2025 तक रिकॉर्ड में दर्ज शेयरधारकों को 1:10 के अनुपात में बोनस शेयर दिए हैं। यानी हर 10 शेयरों पर 1 नया शेयर। इस ऐलान के बाद कंपनी की इक्विटी शेयर पूंजी 185.89 करोड़ रुपये से बढ़कर 204.48 करोड़ रुपये हो गई है।

तिमाही नतीजे रहे शानदार

जून 2025 की पहली तिमाही में मुराए ऑर्गनाइजर ने जबरदस्त नतीजे दिखाए। कंपनी ने 7.43 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा कमाया, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में 24.33 लाख रुपये का घाटा हुआ था। कुल आय भी बढ़कर 12.99 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले साल केवल 23.17 लाख रुपये थी। इन आंकड़ों से साफ है कि कंपनी तेज़ी से ग्रोथ कर रही है।

कच्छ में अनार और डिस्टिलरी का प्रोजेक्ट

2012 में शुरू हुई मुराए ऑर्गनाइजर लिमिटेड अब गुजरात के कच्छ में कृषि जमीन खरीदने की तैयारी कर रही है। यहां कंपनी अनार (Pomegranate) की खेती शुरू करने के साथ-साथ एक आधुनिक डिस्टिलरी लगाने का भी प्लान बना रही है। इस पर लगभग 20-25 करोड़ रुपये का निवेश होगा। इससे कंपनी अपने प्रोडक्ट्स की रेंज बढ़ाकर एग्रीकल्चर-इंडस्ट्रियल सेक्टर में और मज़बूत पकड़ बना पाएगी।

सरकारी योजनाओं का सहारा

कंपनी का यह कदम राष्ट्रीय बागवानी मिशन, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (PMKSY) और गुजरात इंडस्ट्रियल पॉलिसी 2020 जैसी सरकारी योजनाओं से मेल खाता है। इनसे कंपनी को टैक्स बेनिफिट, सब्सिडी और इंफ्रास्ट्रक्चर सपोर्ट मिलेगा। कच्छ की मिट्टी और मौसम अनार की खेती के लिए बेहद अनुकूल हैं, जो कंपनी की सफलता में बड़ा रोल निभा सकते हैं।

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