Standard Capital Markets के शेयरों में हलचल! AIF बिजनेस में बड़ा दांव
नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी (NBFC) Standard Capital Markets ने अल्टरनेट इन्वेस्टमेंट फंड (AIF) बिजनेस में कदम रखा है। कंपनी ने इस फंड में 50 करोड़ रुपये के शुरुआती इन्वेस्ट किया है।

नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी (NBFC) Standard Capital Markets ने अल्टरनेट इन्वेस्टमेंट फंड (AIF) बिजनेस में कदम रखा है। कंपनी की सब्सिडियरी Standard Capital Advisors Ltd अब कैटेगरी III AIF के तहत हाई-रिटर्न इन्वेस्टमेंट स्कीम लॉन्च करेगी।
50 करोड़ का शुरुआती निवेश
कंपनी ने इस फंड में 50 करोड़ रुपये के शुरुआती इन्वेस्ट की घोषणा की है, जिसे आगे बढ़ाने की योजना है। कैटेगरी III AIF, जिसे SEBI मान्यता प्राप्त है, में डेरिवेटिव्स और स्ट्रक्चर्ड प्रोडक्ट्स जैसी जटिल फाइनेंशियल प्लानिंग में निवेश किया जाता है। कंपनी का दावा है कि यह फंड 15-20% सालाना रिटर्न देगा, जिससे निवेशकों को हाई-यील्ड इन्वेस्टमेंट का मौका मिलेगा।
NBFC स्टॉक में कैसा है मूवमेंट?
BSE पर लिस्टेड Standard Capital Markets के शेयर हाल ही में ₹0.60 पर ट्रेड कर रहे थे। कंपनी ने 2023 में स्टॉक स्प्लिट और बोनस इशू की घोषणा की थी, जिसमें 10:1 के अनुपात में स्प्लिट और 2:1 के अनुपात में बोनस शेयर जारी किए गए थे। इसके बाद, स्टॉक का वैल्यू ₹10 से कम पर एडजस्ट किया गया था।
EV फाइनेंसिंग में भी रखा कदम
Standard Capital Markets ने जनवरी 2025 में इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) फाइनेंसिंग सेक्टर में भी एंट्री की थी। कंपनी अब EV बैटरियों और इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स के लिए फाइनेंसिंग सॉल्यूशंस दे रही है। यह कदम सस्टेनेबल ट्रांसपोर्टेशन को बढ़ावा देने और EV इंडस्ट्री की ग्रोथ को सपोर्ट करने के लिए उठाया गया है।
स्टॉक की परफॉर्मेंस (Standard Capital Markets Share Performance)
Standard Capital Markets के शेयर ने एक साल में 70 फीसदी का नेगेटिव रिटर्न दिया है। पिछले दो साल से शेयर में गिरावट आई है। हालांकि, शेयर ने निवेशकों को मुनाफा भी करवाया है। बीते तीन साल में शेयर ने 650 फीसदी का रिटर्न दिया है। वहीं, पांच साल में शेयर ने 1100 फीसदी का छप्परफाड़ रिटर्न दिया है।
क्या Standard Capital Markets स्टॉक में निवेश का सही समय है?
AIF बिजनेस में एंट्री और EV फाइनेंसिंग के चलते यह स्टॉक लॉन्ग-टर्म ग्रोथ के लिए सही हो सकता है। हालांकि, शेयर की कीमतों में उतार-चढ़ाव और हाल की गिरावट को देखते हुए निवेशकों को सतर्कता बरतनी चाहिए।