Manoj Vaibhav Gems N Jewllers: Vaibhav Jewellers की कैसी रह सकती है मार्केट में एंट्री

SEBI ने 1 सितंबर से आईपीओ लॉन्च करने वाली कंपनियों को T+6 की पुरानी टाइम के बजाय T+3 टाइमलाइन में अपनी मर्जी से लिस्ट होने की छूट दी है। हालांकि 1 दिसंबर से खुलने वाले आईपीओ के लिए इसे अनिवार्य बना दिया गया है।

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Manoj Vaibhav Gems N Jewllers की शेयर बाजार में लिस्टिंग 3 अक्टूबर को होने वाली है
Manoj Vaibhav Gems N Jewllers की शेयर बाजार में लिस्टिंग 3 अक्टूबर को होने वाली है

By BT बाज़ार डेस्क:

Manoj Vaibhav Gems N Jewllers की शेयर बाजार में लिस्टिंग 3 अक्टूबर को होने वाली है। अनुमान है कि इसकी लिस्टिंग थोड़ी धीमी हो सकती है। IPO को उम्मीद के अनुसार रेस्पॉन्स नहीं मिलने के कारण ऐसा हो सकता है। कंपनी का आईपीओ 22 से 26 सितम्बर तक खुला था और यह 2.25 गुना सब्सक्राइब हुआ था। हाई नेटवर्थ इंडिविसुअल्स कि इशयू में ज्यादा दिलचस्पी देखने को मिली और उनके लिए रिज़र्व हिस्सा 5.18 गुना सब्सक्राइब हुआ। QIB बायर्स के लिए रिज़र्व हिस्सा 1.06 गुना और रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिज़र्व हिस्सा 1.66 गुना सब्सक्राइब हुआ। IPO के लिए प्राइस बैंड 204-215 रूपए प्रति शेयर था और 210 करोड़ रूपए के फ्रेश इक्विटी शेयर रखे थे। साथ ही प्रमोटर ग्रंधी भरत मल्लिका रत्ना कुमारी कि ओर से 60.2 करोड़ रूपए कीमत वाले 28 लाख शेयरो का OFS था।

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कंपनी ने पब्लिक इशयू से 270.20 करोड़ रूपए जुटाए है। कई मार्केट एक्सर्ट का मानना है कि बाजार में ओपनिंग फ्लैट रह सकती है। कंपनी का ग्रे मार्केट में 3-5% प्रीमियम पर उपलब्ध है। कंपनी कि मौजूदगी आंध्र प्रदेश ओर तेलंगाना में है। 8 कसबो और 2 शहरो में इसके 13 शोरूम है, जिनमे दो फ्रैंचाइज़ीस शोरूम भी शामिल है। यह पूरि तरह से प्रमोटर्स के स्वामित्व वाली कंपनी है। आईपीओ के तहत प्रेस इक्विटी शेयर से होने वाली आय का इस्तेमाल मुख्य रूप से वित्त वर्ष 2023-24 और 2024-25 में प्रस्तावित 8 नये शोरूम की स्थापना के लिए किया जाएगा। इसके बाद फ्रेश इशू से आए बाकी पैसों का इस्तेमाल सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा। T+3 में लिस्ट होने वाली वैभव ज्वैलर्स छठी कंपनी है। SEBI ने 1 सितंबर से आईपीओ लॉन्च करने वाली कंपनियों को T+6 की पुरानी टाइम के बजाय T+3 टाइमलाइन में अपनी मर्जी से लिस्ट होने की छूट दी है। हालांकि 1 दिसंबर से खुलने वाले आईपीओ के लिए इसे अनिवार्य बना दिया गया है।

कंपनी ने पब्लिक इशयू से 270.20 करोड़ रूपए जुटाए है

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