HDB Financial Services IPO के ऐलान के बाद HDFC Bank में तेजी
HDFC बैंक की सहायक कंपनी, HDB Financial Services ₹2,500 करोड़ तक के नए आईपीओ की खबर के बाद एचडीएफसी शेयरों में आज तेजी देखने को मिली। निफ्टी बैंक इंडेक्स भी आज हरे निशान में बंद हुआ। दरअसल रेट कट की खबरों और आईपीओ की खबरों के बीच एचडीएफसी बैंक में तेजी देखने को मिली।

HDB Financial Services
HDFC बैंक की सहायक कंपनी, HDB Financial Services ₹2,500 करोड़ तक के नए आईपीओ की खबर के बाद एचडीएफसी शेयरों में आज तेजी देखने को मिली। निफ्टी बैंक इंडेक्स भी आज हरे निशान में बंद हुआ। दरअसल रेट कट की खबरों और आईपीओ की खबरों के बीच एचडीएफसी बैंक में तेजी देखने को मिली।
इससे पहले HDB फाइनेंशियल सर्विसेज ने बयान जारी कर बताया था कि वो आईपीओ लाने पर विचार कर रही है और इसके लिए सभी मंजूरियों को ले रही है। HDB फाइनेंशियल सर्विसेज ने एक बयान में कहा है IPO के लिए कंपनी के शेयरधारकों की मंजूरी, बाजार की स्थिति, रेग्युलेटर से जरूरी मंजूरी और दूसरे चीजों पर निर्भर है। विचारों के अधीन होगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक IPO से लगभग 78 बिलियन डॉलर की वैल्यूएशन हासिल होने की उम्मीद है और इसका टागरेट दिसंबर या चालू वित्तीय वर्ष के आखिरी तक लिस्ट होना है।
HDFC Bank
HDFC Bank, अपनी सब्सिडियरी गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी HDB Financial Services में 94.64% हिस्सेदारी रखता है। साथ ही इश्यू के लिए बैंकरों को शॉर्टलिस्ट करने की प्रक्रिया में है। Moneycontrol की रिपोर्ट के मुकाबिर HDB फाइनेंशियल सर्विसेज ने अपने IPO के लिए चार निवेश बैंकों को सलाहकार के रूप में नियुक्त किया है, जिनमें Jefferies, JM Financial, Morgan Stanley और Nomura शामिल हैं।
अपर लेयर (NBFC-UL) की लिस्टिंग अनिवार्य
भारतीय रिज़र्व बैंक के जरिए अक्टूबर 2022 में जारी सर्कुलर के मुताबिक अपर लेयर (NBFC-UL) की लिस्टिंग अनिवार्य है। RBI के मुताबिक सभी "ऊपरी स्तर" NBFC को नोटिफिकेशन मिलने के तीन साल के अंदर लिस्ट होना आवश्यक है। इसी तर्ज पर बजाज हाउसिंग फाइनेंस ने भी हाल ही में बाजार में एंट्री ली।