Election Theme Stocks: चुनाव के दौरान और चुनाव के बाद किन स्टॉक्स पर हैं ब्रोकरेज हाऊस बुलिश
रिपोर्ट के आधार पर, अडानी ने लिक्विडिटी जोखिम को कम करने, प्रशासन में सुधार और पारदर्शिता बढ़ाने के लिए कार्रवाई की है, जिन्होंने आगे कहा कि अडानी को "नजरअंदाज करना बहुत बड़ा है" क्योंकि देश को अडानी की उतनी ही जरूरत है जितनी अडानी को देश की है।

अगर आप ऐसे स्टॉक्स पर दांव लगाना चाहते हैं तो आज हम कुछ ऐसे स्टॉक्स पर चर्चा करने जा रहे हैं जो चुनाव के दौरान और चुनाव के बाद बुलिश रह सकते हैं। कुछ Brokerage Reports ने भी इन स्टॉक्स को अपने फोकस में रखा है। वैसे लोकसभा चुनाव के बाद कुछ सेक्टर्स हमेशा से फोकस में रहते हैं क्योंकि सरकार बनने के बाद कुछ नए ऐलान होते हैं और बजट भी पेश होता है।
भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड ( BEL)
इस स्टॉक्स को लेकर आनंद राठी ने 250 रूपये का टारगेट प्राइस रखा है। इस रिपोर्ट में 25% की अपसाइड की बात कही गई है। आनंद राठी के मनन गोयल ने अपनी रिपोर्ट में कहा, ''“हमें उम्मीद है कि भारत इलेक्ट्रॉनिक्स (बीईएल) कई कारणों के कारण आगे चलकर मजबूत वृद्धि देखेगी, जैसे:
1) रक्षा में आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ना।
2) मजबूत पाइपलाइन और भारत सरकार द्वारा निर्यात पर ध्यान देना।
3) राजस्व बढ़ाने के लिए मजबूत ऑर्डर प्रवाह विकास।
4) प्रॉफिटिबिलिटी।
यहां ध्यान देने योग्य बात ये भी है कि कंपनी ईवीएम के निर्माण से भी जुड़ी हुई है।
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L&T
सरकार चुनाव के बाद इंफ्रा पर अपना फोकस बढ़ाने जा रही है। नए बजट में इंफ्रा सेक्टर के लिए कुछ नए ऐलान भी हो सकते हैं। कंपनी के पास फिलहाल 4.7 लाख करोड़ के ऑर्डर हैं। ये FY23 में कंपनी के रेवेन्यु का 3.8 गुना है। इससे आनी वाली तिमाहियों में कंपनी के रेवेन्यु का अंदाजा लगाया जा सकता है। कंपनी के मार्जिन में सुधार हो रहा है। जे एम फाइनेंशियल की एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 5 लोकसभा चुनाव के दौरान 4 बार निफ्टी इंडेक्स में चुनाव से पहले तेजी आई है। सबसे ज्यादा तेजी 2009 के बाद आई थी जब निफ्टी ने 25 परसेंट का रिटर्न दिया था। वहीं सबसे कम रिटर्न 2019 में रहा था। जब केवल निफ्टी इंडेक्स 8% चढ़ा था। केवल 2004 का साल अपवाद रहा था जब लोकसभा चुनाव से पहले निफ्टी पहले 3 महीनों में 10% लुढ़क गया था।
HAL
इस कंपनी को लगातार ऑर्डर मिल रहे हैं। पिछले हफ्ते भी इस कंपनी को रक्षा मंत्रालय से 2,890 करोड़ के ऑर्डर मिले हैं। रक्षा क्षेत्र एकमात्र ऐसा क्षेत्र है जहां पर आचार संहिता का ज्यादा असर नहीं होगा। इसलिए इस कंपनी को एक्सपोर्ट और रक्षा मंत्रालय की तरफ से लगातार ऑर्डर मिल रहे हैं। मॉर्गन स्टेनली की एक रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी का टारगेट प्राइस 3,129 है। कई और ब्रोकरेज फर्म ने इसका टारगेट 3,600 रूपये भी रखा है। यूबीएस ने एक रिपोर्ट में कहा, "हमें उम्मीद है कि आने वाले कुछ वर्षों में भारत की सैन्य विमान शक्ति में कमी आएगी, भू-राजनीति और ऑर्डर में तेजी लाने और पिछले दशक की तुलना में एचएएल में मैन्युफैक्चरिंग रैंप-अप के लिए अधिक विमान उपलब्धता की आवश्यकता होगी।"
Adani Enterprises
अप्रैल-मई में इस स्टॉक को लेकर कई नई रिपोर्ट आ सकती है। लेकिन हाल ही में Cantor Fitzgerald की रिपोर्ट की मानें तो इस स्टॉक में अगले तीन महीनों में काफी अच्छी तेजी आ सकती है। इस ब्रोकरेज हाऊस ने इसका टारगेट प्राइस 4,368 रूपये रखा है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि अदाणी एंटरप्राइजेज मे वो सब कुछ है जो भारत विकास के मामले में हासिल करना चाहता है। रिपोर्ट के आधार पर अडानी ने लिक्विडिटी जोखिम को कम करने, प्रशासन में सुधार और पारदर्शिता बढ़ाने के लिए कार्रवाई की है, जिन्होंने आगे कहा कि अडानी को "नजरअंदाज करना बहुत बड़ा है" क्योंकि देश को अडानी की उतनी ही जरूरत है जितनी अडानी को देश की है।