BT Bazaar Exclusive: क्या है सुजलॉन एनर्जी और BHEL में, 200% बढ़ गए?
कोटक ने कहा कि बिजली क्षेत्र एक असाधारण क्षेत्र रहा है और भारतीय अर्थव्यवस्था के तेजी से विद्युतीकरण की उम्मीदों पर पिछले 3-6 महीनों में बड़े पैमाने पर रिटर्न दिया है। सुजलॉन एनर्जी के शेयर पिछले छह महीनों में 197 फीसदी ऊपर हैं। इसी अवधि में बीएचईएल को 88 फीसदी का फायदा हुआ है।

पिछले छह महीनों में सुजलोन एनर्जी और बीएचईएल के शेयरों में 200 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई है। ये दोनों ऐसे स्टॉक्स हैं जो थकने का नाम नहीं ले रहे हैं। अब तो ट्रेडर पूछने लगे हैं कि क्या है सुजलोन एनर्जी में, क्या है BHEL में। बिजनेस टुडे बाजार ने कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज से बात की। ब्रोकरेज हाऊस का कहना है कि बाजार संकेत दे रहा है कि ये दोनों कंपनियां अकेले ही भारत के बिजली उपकरण बाजार पर कब्ज़ा कर सकती हैं। यह तब भी है जब दोनों में से कोई भी कंपनी सौर ऊर्जा में मौजूद नहीं है।
कोटक ने कहा कि बिजली क्षेत्र एक असाधारण क्षेत्र रहा है और भारतीय अर्थव्यवस्था के तेजी से विद्युतीकरण की उम्मीदों पर पिछले 3-6 महीनों में बड़े पैमाने पर रिटर्न दिया है। सुजलॉन एनर्जी के शेयर पिछले छह महीनों में 197 फीसदी ऊपर हैं। इसी अवधि में बीएचईएल को 88 फीसदी का फायदा हुआ है।
बीएचईएल के मौजूदा बाजार पूंजीकरण के आधार पर घरेलू ब्रोकरेज के रिवर्स-वैल्यूएशन विश्लेषण से पता चलता है कि बीएचईएल को अपने मार्जिन प्रोफाइल में तेज सुधार के बावजूद, अपने मौजूदा स्टॉक मूल्य को उचित ठहराने के लिए 14-20 गीगावॉट वार्षिक बीटीजी क्षमता देने की आवश्यकता होगी।सुजलॉन को अपने मौजूदा स्टॉक मूल्य को उचित ठहराने के लिए 5-8 गीगावॉट वार्षिक पवन टरबाइन क्षमता देने की आवश्यकता होगी।
बाजार के जानकारों का कहना है कि इन दोनों स्टॉक्स में तेजी उम्मीदों के आधार पर आई है लेकिन अब इन दोनों कंपनियों को अपनी ऑर्डर बुक औऱ बैलेंस सीट में निवेशकों की उम्मीदों को पूरा करना होगा।
(बिजनेस टु़डे बाजार किसी भी तरह की खरीद-बिक्री की सलाह नहीं देता है, अपने एडवाइजर से सलाह लें)