BSE Share Update: आज 3 परसेंट गिरा ये स्टॉक, दमखम बाकी है या प्रॉफिट बुकिंग आएगी

BSE के शेयर सोमवार के कारोबार में 3.16 प्रतिशत की गिरावट के साथ 3,978.30 रुपये पर कारोबार कर रहे थे। गिरावट के बावजूद, पिछले एक महीने में शेयर में 40.34 प्रतिशत की उछाल आया है और एक साल में 187.46 प्रतिशत की तेजी के साथ निवेशकों को मल्टीबैगर रिटर्न दिया है।

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By Ankur Tyagi:

वेल्थमिल्स सिक्योरिटीज में इक्विटी स्ट्रैटेजी के निदेशक क्रांति बाथिनी

वेल्थमिल्स सिक्योरिटीज में इक्विटी स्ट्रैटेजी के निदेशक क्रांति बाथिनी ने कहा, "बीएसई ने हाल के दिनों में बेहतर प्रदर्शन किया है। सेबी के नए एफएंडओ नियमों का इसके राजस्व पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा। बीएसई देश का एकमात्र सूचीबद्ध स्टॉक एक्सचेंज है और निवेशकों की दिलचस्पी को आकर्षित कर रहा है।" 

तकनीकी रूप से, इस शेयर को 3,600 रुपये और उसके बाद 3,400 रुपये के स्तर पर समर्थन मिल सकता है। ऊपरी स्तर पर, शेयर निकट भविष्य में 5,000 रुपये तक का लक्ष्य हासिल कर सकता है।

प्रभुदास लीलाधर की तकनीकी शोध उपाध्यक्ष वैशाली पारेख

प्रभुदास लीलाधर की तकनीकी शोध उपाध्यक्ष वैशाली पारेख ने बिजनेस टुडे टीवी को बताया, "हम इस शेयर के प्रति सकारात्मक हैं और इसमें स्टॉप लॉस के साथ बने रह सकते हैं। निकट भविष्य में इसके संभावित ऊपरी लक्ष्य 4,600-5,000 रुपये हैं।"

एंजेल वन में वरिष्ठ शोध विश्लेषक (तकनीकी एवं डेरिवेटिव) ओशो कृष्णन ने कहा, "फिलहाल 3,400 रुपये के आसपास मजबूत सपोर्ट है। 

एशिया का पहला और दुनिया का सबसे तेज़ स्टॉक एक्सचेंज

1875 में स्थापित, BSE (जिसे पहले बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के नाम से जाना जाता था), एशिया का पहला और दुनिया का सबसे तेज़ स्टॉक एक्सचेंज है, जिसकी गति 6 माइक्रोसेकंड है और यह भारत के अग्रणी एक्सचेंज समूहों में से एक है। पिछले 143 वर्षों में, BSE ने भारतीय कॉर्पोरेट क्षेत्र को एक कुशल पूंजी जुटाने वाला प्लेटफ़ॉर्म प्रदान करके उसके विकास में सहायता की है। BSE के नाम से लोकप्रिय, इस एक्सचेंज की स्थापना 1875 में "द नेटिव शेयर एंड स्टॉक ब्रोकर्स एसोसिएशन" के रूप में की गई थी। 2017 में, BSE भारत का पहला सूचीबद्ध स्टॉक एक्सचेंज बन गया।

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