Tata Power पर BULL Vs BEAR: ब्रोकरेज की राय से बढ़ा कंफ्यूजन
कॉर्पोरेट अर्निंग के सीज़न में अच्छे और खराब रिजल्ट्स के आधार पर शेयरों में एक तरफ बंपर तेजी और दूसरी तरफ जोरदार पिटाई चल रही है। हाल ही में टाटा ग्रुप की कंपनी Tata Power Company Ltd ने अपने सितंबर तिमाही के नतीजे जारी किए, जिसके बाद कई ब्रोकरेज ने स्टॉक पर अपना नजरिया रखा है, जिससे निवेशकों के प्रति कंफ्यूजन बढ़ गई है।

कॉर्पोरेट अर्निंग के सीज़न में अच्छे और खराब रिजल्ट्स के आधार पर शेयरों में एक तरफ बंपर तेजी और दूसरी तरफ जोरदार पिटाई चल रही है। हाल ही में टाटा ग्रुप की कंपनी Tata Power Company Ltd ने अपने सितंबर तिमाही के नतीजे जारी किए, जिसके बाद कई ब्रोकरेज ने स्टॉक पर अपना नजरिया रखा है, जिससे निवेशकों के प्रति कंफ्यूजन बढ़ गई है।
स्टॉक का मौजूदा भाव 444.70 रुपए के लेवल पर है। रिजल्ट्स के बाद स्टॉक Motilal Oswal Financial Services, JM Financial और Nomura समेत तई ब्रोकरेज फर्मों ने खरीदारी की सलाह दी है।
ब्रोकरेज फर्म Elara Securities का कहना है कि कंपनी को ट्रांसमिशन कैपेक्स, पावर डिस्ट्रिब्यूशन कैपेक्स और ग्रीन इन्वेस्टमेंट से फायदा होगा। साथ ही कंपनी ने शेयर के लिए टारगेट प्राइस भी 463 रुपए से बढ़ाकर 518 रुपये कर दिया है। इसके साथ ही रेटिंग को 'एक्यूमुलेट' से बढ़ाकर BUY कर दिया है.
अपने नोट में Morgan Stanley ने भी टाटा पावर पर पॉज़िटिव नजरिया देते हुए 'ओवरवेट' रेटिंग बरकरार रखी है और सबसे उच्चम टारगेट प्राइस 577 रुपये प्रति शेयर तय किया है।
वहीं दूसरी ओर Nuvama ने हाई वैल्यूएशन का हवाला देते हुए सतर्कता बरतने के लिए कहा है और स्टॉक पर 'कम करें' रेटिंग बनाए रखी। इसी तरह Jefferies ने टाटा पावर पर 'अंडरपरफॉर्म' रेटिंग बनाए रखी है, जिसमें टारगेट प्राइस 340 रुपये दिया है।
इसका मतलब ये हुआ कि दो ब्रोकरेज Elara Securities और Morgan Stanley ने स्टॉक पर खरीदारी के साथ करीब 17 प्रतिशत की तेजी की संभावना जताई है। तो वहीं दूसरी ओर Nuvama और Jefferies ने स्टॉक को डाउनग्रेड कर दिया है।
अगर कंपनी के Q2FY25 नतीजों पर नजर डालें तो टाटा पावर ने कंसोलिडेट नेट प्रॉफिट में साल-दर-साल 6 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की, जो 926 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। हालांकि रेवेन्यू 15,697 करोड़ रुपये पर स्थिर रहा, जिसका मुख्य कारण मानसून के मौसम में कम प्रोडक्शन रेवेन्यू रहा। यह कंपनी के टैक्स के बाद (PAT) बढ़ोतरी की लगातार 20वीं तिमाही रही। इसके अलावा टाटा पावर ने पारंपरिक और रेन्यूएबल दोनों सोर्स समेत 15 गीगावाट की स्थापित उत्पादन क्षमता को पार कर लिया है।