ये PSU Bank Stock लगाएगा नई छलांग! रिजल्ट्स भी रहे दमदार

देश का तीसरा सबसे बड़ा सरकारी बैंक है. इसका लोन बुक 11.43 लाख करोड़ रुपए का है जबकि डिपॉजिट बेस 13.63 लाख करोड़ रुपए रहै. सितंबर तिमाही में लोन ग्रोथ 11.6% और डिपॉजिट ग्रोथ 9.1% रहा था. असेट क्वॉलिटी मेंटेन है. इस समय यह शेयर 236 रुपए (Bank of Baroda Share Price) पर है.

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By Harsh Verma:

ब्रोकरेज फर्म Bank of Baroda के शेयर पर काफी बुलिश दिख रहे हैं। ब्रोकरेज का मानना है कि देश का तीसरा सबसे बड़ा सरकारी बैंक, इस समय मजबूत वित्तीय स्थिति में है। इसका लोन पोर्टफोलियो ₹11.43 लाख करोड़ और डिपॉजिट बेस ₹13.63 लाख करोड़ है। 

सितंबर तिमाही में बैंक की लोन ग्रोथ 11.6% और डिपॉजिट ग्रोथ 9.1% रही, जो एक स्थिर वृद्धि को दर्शाता है। इसके अलावा, बैंक की असेट क्वॉलिटी भी अच्छी बनी हुई है। फिलहाल बैंक के शेयर ₹236  के स्तर पर ट्रेड कर रहे हैं, जो इस साल के निचले स्तरों के आसपास है। इस कारण, ब्रोकरेज फर्म ने अगले 12 महीनों के लिए इस स्टॉक में खरीदारी की सलाह दी है।

ICICI डायरेक्ट ने भी बैंक ऑफ बड़ौदा के शेयर में अगले 12 महीने में खरीदारी की सिफारिश की है और इसे ₹300 का टारगेट दिया है। इसका मतलब है कि मौजूदा भाव ₹236 से करीब 28 प्रतिशत का अपसाइड पोटेंशियल है। इस स्टॉक का 52 वीक हाई स्तर ₹299 रहा है, जो इसने 3 जून को छुआ था। वहीं इसका 52 वीक लो स्तर ₹193 था। 2024 में यह स्टॉक ₹220 तक गिरा था और वर्तमान में नवंबर का निचला स्तर ₹236 है।

ICICI डायरेक्ट के मुताबिक बैंक ऑफ बड़ौदा का शेयर वर्तमान में लॉन्ग टर्म ऐवरेज वैल्युएशन पर ट्रेड कर रहा है और 12-14% ग्रोथ का गाइडेंस दिया गया है। साथ ही मार्जिन के स्थिर रहने की उम्मीद जताई जा रही है, जो बायर्स के लिए एक अच्छा अवसर है। हालांकि, एक निगेटिव पहलू यह है कि अगर रीटेल लोन ग्रोथ में मंदी आती है, तो मार्जिन्स पर दबाव बढ़ सकता है। अगर डिपॉजिट ग्रोथ कमजोर होती है, तो क्रेडिट कॉस्ट बढ़ने का खतरा भी रहेगा, जिसका नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

बैंक ऑफ बड़ौदा का ग्लोबल बिजनेस भी उल्लेखनीय है, क्योंकि इसके 17% कारोबार की हिस्सेदारी विदेशी बाजारों से आती है। इसके ग्रोथ आउटलुक को देखते हुए, बैंक का प्रदर्शन स्थिर और स्वस्थ है। बैंक ने मार्जिन को बनाए रखा है, और सितंबर तिमाही में रिटेल लोन ग्रोथ 19.9% रही। रिटेल सेगमेंट में, होम लोन का ग्रोथ 16.2% और ऑटो लोन का ग्रोथ 22.9% था। रिटेल लोन पर मार्जिन उच्च रहता है। ऑपरेटिंग खर्चों में 4.9% की मामूली वृद्धि आई, जबकि नेट प्रॉफिट में 23.2% की वृद्धि दर्ज की गई।

डिस्क्लेमर: यह जानकारी केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है और इसे निवेश सलाह के रूप में नहीं समझा जाना चाहिए। निवेश निर्णय लेने से पहले एक वित्तीय सलाहकार से परामर्श करने की सिफारिश की जाती है।
 

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