बजाज फाइनेंस के शेयर में आने वाली है 12% की रैली - JM Financial का बड़ा दांव, चेक करें टारगेट

बजाज फाइनेंस की FY25 की सालाना रिपोर्ट को जारी करने के बाद ब्रोकरेज ने कंपनी के एनुअल रिपोर्ट में से कुछ अहम बातों के बारे में बताते हुए कहा कि कंपनी ने अनसिक्योर्ड लोन (बिना गिरवी वाले लोन) जैसे कि कंज्यूमर ड्यूरेबल और पर्सनल लोन में कंपनी ने अच्छी ग्रोथ दिखाई है।

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By Gaurav Kumar:

Bajaj Finance Share Price: दिग्गज एनबीएफसी स्टॉक बजाज फाइनेंस (Bajaj Finance) के शेयरों में आज मामूली तेजी देखने को मिल रही है। हालांकि घरेलू ब्रोकरेज फर्म जेएम फाइनेंशियल (JM Financial) ने अपनी रिपोर्ट में इस शेयर पर 11.8% के अपसाइड की उम्मीद जताई है।

फिलहाल आज खबर लिखे जानें तक कंपनी का शेयर सुबह 11:25 बजे तक 0.32% या 3.10 रुपये चढ़कर 971.05 रुपये पर ट्रेड कर रहा था तो वहीं बीएसई पर स्टॉक 0.26% या 2.55 रुपये की तेजी के साथ 970.60 रुपये पर कारोबार कर रहा था।

Bajaj Finance पर JM Financial की राय

बजाज फाइनेंस की FY25 की सालाना रिपोर्ट को जारी करने के बाद ब्रोकरेज ने कंपनी के एनुअल रिपोर्ट में से कुछ अहम बातों के बारे में बताते हुए कहा कि कंपनी ने अनसिक्योर्ड लोन (बिना गिरवी वाले लोन) जैसे कि कंज्यूमर ड्यूरेबल और पर्सनल लोन में कंपनी ने अच्छी ग्रोथ दिखाई है और बाजार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है। इसमें EMI कार्ड की बिक्री बढ़ने और सैलरीड लोगों को ज्यादा लोन देने से मदद मिली है।

सैलरीड पर्सनल लोन में अब इनकम की शर्त को थोड़ा आसान किया गया है (FY25 में ₹3 लाख सालाना, जबकि FY24 में ₹5 लाख थी)। इससे ज्यादा लोगों को लोन मिल सकेगा, लेकिन इससे लोन डिफॉल्ट (न चुकाने) का रिस्क थोड़ा बढ़ सकता है।

ब्रोकरेज ने आगे कहा कि बजाज फाइनेंस अब सिर्फ अनसिक्योर्ड लोन पर नहीं, बल्कि सिक्योर्ड लोन (जैसे SME लोन, ट्रैक्टर, गाड़ियां, कमर्शियल व्हीकल आदि) पर भी फोकस कर रही है। इनसे अच्छी ग्रोथ मिली है, जो कंपनी की रणनीति में बदलाव दिखाता है।

कोर फीस इनकम (जैसे लोन प्रीपेमेंट चार्ज और डिस्ट्रीब्यूशन से मिलने वाली इनकम) की ग्रोथ धीमी रही है। और RBI ने जनवरी 2026 से कुछ लोन कैटेगरी में प्रीपेमेंट पेनल्टी हटाने का फैसला किया है, जिससे FY26 में इस इनकम पर और दबाव आ सकता है।

ब्रोकरेज ने आगे कहा कि FY25 में कंपनी के अनसिक्योर्ड लोन की क्वालिटी में गिरावट आई है। डिफॉल्ट और लोन राइट-ऑफ (माफ) का स्तर 3 सालों में सबसे ज्यादा रहा, जिससे Stage 2/3 एसेट्स और प्रोविजनिंग बढ़ी है।

टेक्नोलॉजी पर खर्च अब कम हुआ है (FY25 में सिर्फ 8% बढ़ा, जबकि FY21-24 में 46% की दर से बढ़ा था)। लेकिन पुराने इन्वेस्टमेंट्स का फायदा अब मिलने लगा है, जिससे ऑपरेटिंग लेवरेज बेहतर हुआ है।

सिक्योर्ड लोन की हिस्सेदारी बढ़ने से यील्ड (ब्याज से कमाई) पर दबाव रहेगा, लेकिन फंडिंग कॉस्ट घटने से इसकी भरपाई हो सकती है।

फीस इनकम में दबाव रहेगा, लेकिन ऑपरेटिंग लेवरेज से कुछ राहत मिलेगी। ब्रोकरेज ने कहा कि कंपनी का मानना है कि FY25-27 के बीच AUM (एसेट अंडर मैनेजमेंट) में लगभग 23% और EPS (कमाई प्रति शेयर) में लगभग 27% की ग्रोथ होगी।

Bajaj Finance Share Price Target

ब्रोकरेज ने इस शेयर पर BUY कॉल देते हुए इसका टारगेट प्राइस 1,060 रुपये का तय किया है। ब्रोकरेज को उम्मीद की है शेयर अपने CMP 948 से अगले 12 महीने में 11.8% चढ़ सकता है। 

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