NSE और BSE से इस डिफेंस कंपनी को मिली बड़ी मंजूरी! 26 दिसंबर को रडार पर रहेगा स्टॉक - Details
एयरोस्पेस और डिफेंस सेक्टर की इस कंपनी का शेयर कल यानी शुक्रवार 26 दिसंबर को निवेशकों के रडार पर रहेगा। इसका कारण कंपनी द्वारा बीते बुधवार को बाजार बंद होने के बाद दी गई बड़ी जानकारी है।

Defence Stock: एयरोस्पेस और डिफेंस सेक्टर की कंपनी, अपोलो माइक्रो सिस्टम्स लिमिटेड (Apollo Micro Systems Ltd) का शेयर कल यानी शुक्रवार 26 दिसंबर को निवेशकों के रडार पर रहेगा। इसका कारण कंपनी द्वारा बीते बुधवार को बाजार बंद होने के बाद दी गई बड़ी जानकारी है।
कंपनी ने अपने लेटेस्ट एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि नॉन-प्रमोटर्स को प्रेफरेंशियल इश्यू के आधार पर जारी और अलॉट किए गए ₹1 अंकित मूल्य वाले 35,088 इक्विटी शेयरों के लिए नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (NSE) और बीएसई लिमिटेड (BSE) से 24 दिसंबर 2025 को ट्रेडिंग अप्रूवल मिल गया है।
इसके साथ ही, ये सभी इक्विटी शेयर एक्सचेंज पर लिस्ट हो गए हैं और 26 दिसंबर 2025 से ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध हैं। ये शेयर ₹1 फेस वैल्यू वाले हैं, जो प्रेफरेंशियल बेसिस पर जारी किए गए हैं, जिनकी कुल संख्या 35,088 है।
Apollo Micro Share Price
कंपनी का शेयर बुधवार को बीएसई पर 0.25% या 0.65 रुपये चढ़कर 262.80 रुपये पर ट्रेड कर रहा था तो वहीं एनएसई पर स्टॉक 0.10% या 0.25 रुपये टूटकर 262 रुपये पर कारोबार कर रहा था।
DRDO से हाल ही में मिली है बड़ी मंजूरी
कंपनी ने हाल ही में एक अन्य फाइलिंग में बताया था कि उसे डीआरडीओ (DRDO) से लेजर आधारित Directed Energy Weapon (DEW) से जुड़ी 2 अलग-अलग ट्रांसफर ऑफ टेक्नोलॉजी (ToT) की मंजूरी मिली है।
- पहली टेक्नोलॉजी 10 किलोवाट मल्टी-चैनल लेजर DEW सिस्टम से जुड़ी है, जिसे हैदराबाद स्थित CHESS लैब ने बनाया है।
- दूसरी टेक्नोलॉजी DEW के लिए EO सेंसर के साथ इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम से जुड़ा है, जिसे देहरादून की IRDE लैब ने तैयार किया है।
कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर करुणाकर रेड्डी ने कहा कि डीआरडीओ से मिली ये दोनों टेक्नोलॉजी ट्रांसफर अपोलो माइक्रो सिस्टम्स के लिए एक अहम उपलब्धि हैं। इससे डायरेक्टेड एनर्जी वेपन के क्षेत्र में कंपनी की क्षमताएं मजबूत होंगी और स्वदेशी रक्षा तकनीक विकसित करने के भारत सरकार के ‘आत्मनिर्भर भारत’ मिशन को भी समर्थन मिलेगा।