इस Banking Stock में आने वाली है भारी गिरावट? जानिए नए टारगेट्स

FY25 की सितंबर तिमाही के लिए कई कंपनियों ने अपने नतीजे जारी किए हैं। उनमें से एक प्राइवेट बैंक भी है, जिसके Q2 रिजल्ट्स आने के बाद कई ब्रोकरेज ने स्टॉक को डाउनग्रेड कर दिया है और टारगेट्स भी घटा दिए है।

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In the BSE500 index, more than 150 stocks or 30 per cent constituents were in bear grip, these 25 counters have been the latest inclusion to the list.

By Harsh Verma:

कंपनियां दूसरी तिमाही के नतीजे जारी कर रही हैं। ऐसे में रिजल्ट्स के आधार पर निवेशक से लेकर ब्रोकरेज तक की प्रतिक्रिया स्टॉक पर सामने आ रही है। हाल ही में एक प्राइवेट बैंक ने अपने रिजल्ट्स का एलान कर दिया है। जिसके बाद कई ब्रोकरेज ने इस स्टॉक को डाउनग्रेड कर दिया है और टारगेट्स भी घटा दिए है।

क्या कहते हैं नतीजे?
तो सबसे पहले नतीजों पर नजर डालते हैं तो ताकि आपको समझ में आए बोक्ररेज ने अपना नजरिया क्यों बदला है? RBL Bank Ltd  के दूसरी तिमाही का नेट प्रॉफिट 24.4% की सालाना (YoY) गिरावट के साथ ₹222.5 करोड़ पर आ गया है। वहीं पिछले वित्तीय वर्ष की समान तिमाही में नेट प्रॉफिट ₹294.1 करोड़ रहा है। नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) की बात करें तो ये 9.5% बढ़कर ₹1,615 करोड़ पहुंच गया है, जबकि पिछले वित्तीय वर्ष की समान तिमाही में यह ₹1,475 करोड़ था। ग्रॉस नॉन परफॉर्मिंग एसेट्स (GNPA) मार्च तिमाही में 2.88% रही, , जो दिसंबर तिमाही में 2.69% थी। वहीं नेट NPA सितंबर तिमाही में 0.79% रहा, जो पिछले क्वार्टर में 0.74% था। यानि ग्रॉस और नेट NPA, दोनों में बढ़ोतरी हुई है।

Investec
ब्रोकरेज ने RBL Bank Ltd को पहले Buy से Hold और अब डाउनग्रेड कर दिया है। साथ ही टारगेट भी 300 रुपए से घटाकर 230 रुपए प्रति शेयर कर दिया है। उनका मानना है कि नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) या रिटर्न ऑन एसेट्स के नंबर्स, बाजार के अनुमान से काफी नीचे आए हैं। साथ ही बैंक प्रोविजनिंग में बढ़ोतरी देखने को मिली है। साथ ही बैंक के कोर वर्टिकल में लोन आवंटन कउछ खास नहीं हुए हैं, जिसके चलते ग्रोथ फ्लैट रहेगी। 

J.P. Morgan 
विदेशी ब्रोकरेज ने भी न्यूट्रल रेटिंग दी है और टारगेट 225 रुपए प्रति शेयर कर दिया है। ब्रोकरेज का कहना है कि बैंक के प्रॉफिट ऑफ्टर टैक्स में गिरावट देखने को मिली है। इसके साथ ही बैंक के प्रोविजनिंग तो बढ़ी ही है, साथ ही अनसिक्योर्ड लोन में कई तरह की अनियमितताएं देखी गई हैं। क्रेडिट कार्ड से लेकर माइक्रो फाइनेंस बुक पर भी काफी स्ट्रेस देखने को मिला है। वित्त वर्ष 2025 के लिए ग्रोथ गाइडनेंस के नीचे ही रहने की उम्मीद है।

डिस्क्लेमर: यह जानकारी केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है और इसे निवेश सलाह के रूप में नहीं समझा जाना चाहिए। निवेश निर्णय लेने से पहले एक वित्तीय सलाहकार से परामर्श करने की सिफारिश की जाती है।

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