कहानी GST की: भारत में कैसे लागू हुआ GST टैक्स सिस्टम

सभी केंद्र और राज्य सरकार की सहमति से ये  GST Council बनीं है, जो सामान के रेट को घटाने में मदद करती है। पर कोविड काल में इसके कलेक्शन में काफी उतार- चढ़ाव हुए है।

Advertisement

By BT बाज़ार डेस्क:

GST Collection के आकड़ो को लेकर सरकार हर महीने चर्चा करती है कि हर महीने रिकॉर्ड दर्ज कर रहा है। और सरकार ये भी बताती है कि अब Economically भारत की स्थिति काफी अच्छी है। GST बढ़ रही है इसलिए सरकार को फायदा भी हो रहा है। यह आकड़ा सूत्रों ने जारी किया है कि  FY 2024-25 में प्रत्यक्ष कर संग्रह 11 जुलाई, 2024 तक बढ़कर 5.74 लाख करोड़ रुपये हो गया है। 2017 से पहले केंद्र और राज्य सरकार अलग टैक्स वसूलते थे। केंद्र सरकार सामान बेचने वाली फैक्ट्री पर Excise Duty लगाती थी और फिर राज्य सरकार उस सामान पर सेल्स टैक्स लगाती थी। इसी कारण हर राज्य में सामान का दाम अलग-अलग राज्य में अलग होता था। पर अब सिर्फ पेट्रोल, डीजल और शराब इस दायरे से बाहर है, इसलिए इनके दाम अलग-अलग राज्य में ज्यादा है। अब सामान या सर्विस पर एक ही टैक्स यानी GST लगता है और फिर केंद्र सरकार इनको इकठ्ठा कर के राज्य सरकार में बांट देती है। 

GST लागू करना देशभर में सबसे बड़ी उपलब्धि है। इसका आइडिया पहले पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपायी को आया था और फिर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के सरकार ने इसे आगे बढ़ाने का साचा था पर कई विरोध के कारण इसे लागू  नहीं कर पाएं थे। पर 2017 में ये प्रधानमंत्री ने इसे लागू किया। सभी केंद्र और राज्य सरकार की सहमति से ये  GST Council बनीं है, जो सामान के रेट को घटाने में मदद करती है। पर कोविड काल में इसके कलेक्शन में काफी उतार- चढ़ाव हुए है। पर  पिछले साल से GST Collection में  काफी सुधार आया है और प्रत्यक्ष कर संग्रह इस साल जुलाई में पिछले साल की तुलना से 19.54 प्रतिशत की वृद्धि की है। अब Collection लगातार बढ़ रहा है। Income Tax Department के आकड़ों के अनुसार, securities transaction tax(STT) 16,634 करोड़ रुपए ही रही, जबकि अन्य टैक्स 1,213 करोड़ रुपए रहे। 

Also Read: सेंचुरी टेक्सटाइल्स के शेयरों में शुरुआती सौदों में 8% की बढ़ोतरी, जानिए क्यों


दूसरे टैक्स यानी समकारी शुल्क, फ्रिंज लाभ कर, संपत्ति कर, बैंकिंग नकद लेनदेन कर, होटल रसीद कर, ब्याज कर, व्यय कर, संपदा शुल्क और उपहार कर। 

GST का कुल संग्रह

इस साल 11 जुलाई तक कुल GST Collection 6.45 लाख करोड़ रुपए है जबकि अलगद आयकार का योगदान 3.61 लाख करोड़ रुपए और Corporate Tax 2.65 लाख करोड़ रुपए तक था। जिसमें STT का योगदान 16,634 करोड़ रुपए और अन्य टैक्स 1,213 करोड़ रुपए रहे। 



रिफंड

70,902 करोड़ रुपये के रिफंड की बात करें तो कॉर्पोरेट टैक्सपेयर्स को सबसे ज्यादा 55,063 करोड़ रुपये का रिफंड मिला। अन्य करों से रिफंड मात्र 13 करोड़ रुपये का योगदान मिला।

Read more!
Advertisement