बाजार की गिरावट में भी SIP से मुनाफा, 10-7-1 फॉर्मूला ऐसे देगा बड़ा रिटर्न

SIP: अगर आप SIP के जरिये बड़ा रिटर्न पाना चाहते हैं तो आपको 10-7-1 फॉर्मूला फॉलो करना चाहिए। आइए, जानते हैं कि यह फॉर्मूला कैसे काम करता है।

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The magic of Step-up SIP
The magic of Step-up SIP

By Priyanka Kumari:

अगर आप म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में SIP के जरिए पैसा लगा रहे हैं, तो शेयर बाजार की उठापटक से डरने की जरूरत नहीं है। एक्सपर्ट्स कहते हैं कि बाजार जितना तेजी से गिरता है, उतनी ही तेजी से वापसी भी करता है। ऐसे में लंबी अवधि तक निवेश जारी रखना ही समझदारी है। 

इसी सोच पर ‘10-7-1’ फॉर्मूला बना है। यह फॉर्मूला खासतौर पर सैलरी पाने वालों के लिए कारगर साबित हो रहा है। आइए, जानते हैं कि यह फॉर्मूला कैसे काम करता है। 

कैसे काम करता है ‘10-7-1’ फॉर्मूला

इस फॉर्मूले का पहला हिस्सा '10' है। इसका मतलब हर 7 साल में एक बार शेयर बाजार औसतन 10% तक गिरता है। बाजार के आंकड़े बताते हैं कि ऐसा 23 में से 20 सालों में हुआ है। ऐसे समय में SIP रोकने के बजाय उसे जारी रखने से ज्यादा यूनिट्स सस्ते दाम पर मिलते हैं, जिससे आगे चलकर अच्छा फायदा होता है।

वहीं, फॉर्मूला का दूसरा हिस्सा '7' है। इसका मतलब है कि निवेशक को कम से कम 7 साल तक निवेश करना चाहिए। आंकड़ों के मुताबिक अगर कोई निवेशक 7 साल या उससे ज्यादा समय तक पैसा लगाए रखता है तो निफ्टी 50 और दूसरे बड़े फंड्स में अच्छा रिटर्न मिलने की संभावना बढ़ जाती है। 

उदाहरण के तौर पर साल 2000-2007, 2007-2014 और 2015-2022 बताते हैं कि इस फॉर्मूले से लंबी अवधि में अच्छा मुनाफा हुआ है।

फॉर्मूला में शामिल '1' का मतलब हर साल अपनी SIP की रकम में 10% की बढ़ोतरी करें। इसे स्टेप-अप SIP कहा जाता है। जैसे अगर आप हर महीने ₹10,000 की SIP करते हैं और हर साल इसे 10% बढ़ाते हैं, तो 15 साल बाद ₹82 लाख तक का फंड बन सकता है। जबकि वही रकम बिना बढ़ाए ₹47 लाख ही बनेगी।

कंपाउंडिंग का है सारा खेल

SIP में सबसे बड़ी ताकत कंपाउंडिंग यानी ब्याज पर ब्याज है। SIP को सालों तक जारी रखने से पैसा अपने आप तेजी से बढ़ता है। एक्सपर्ट्स कहते हैं कि धैर्य और अनुशासन से ही बड़ा फंड तैयार होता है। निवेश से पहले अपना गोल तय करें और रिस्क को समझकर ही आगे बढ़ें।

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