ये तीन म्यूचुअल फंड्स ने इन 5 मिड कैप स्टॉक्स से बनाई दूरी - बेची अपनी पूरी हिस्सेदारी

म्यूचुअल फंड्स अपने पोर्टफोलियो को बेहतर बनाने और बाजार की बदलती परिस्थितियों के हिसाब से अपने होल्डिंग्स में बदलाव करते रहते हैं। इसी कड़ी में अगस्त में कुछ मिडकैप स्टॉक्स से फंड्स ने पूरी तरह बाहर निकलने का फैसला लिया।

Advertisement

By Gaurav Kumar:

Mutual Funds: नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज (Nuvama Institutional Equities) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अगस्त महीने में तीन प्रमुख म्यूचुअल फंड्स ने करीब पांच मिडकैप स्टॉक्स (Midcap Stocks) से पूरी तरह अपनी हिस्सेदारी बेच दी है।

म्यूचुअल फंड्स अपने पोर्टफोलियो को बेहतर बनाने और बाजार की बदलती परिस्थितियों के हिसाब से अपने होल्डिंग्स में बदलाव करते रहते हैं। इसी कड़ी में अगस्त में कुछ मिडकैप स्टॉक्स से फंड्स ने पूरी तरह बाहर निकलने का फैसला लिया।

सबसे पहले बात करें एक्सिस म्यूचुअल फंड (Axis Mutual Fund) की तो इस फंड ने अगस्त में अपने पोर्टफोलियो से मिडकैप स्टॉक ‘Motherson Sumi Wiring India Ltd’ को पूरी तरह बेच दिया। यह स्टॉक अब उनके होल्डिंग्स में नहीं है।

इसी तरह निप्पॉन इंडिया स्मॉल कैप फंड (Nippon India Small Cap Fund) ने भी एक मिडकैप स्टॉक SAIL से पूरी तरह बाहर निकलने का फैसला किया है। SAIL भारतीय स्टील सेक्टर की एक बड़ी कंपनी है और इस फैसले से यह साफ होता है कि फंड मैनेजर्स इस कंपनी को अब अपने निवेश में प्राथमिकता नहीं दे रहे।

सबसे ज्यादा एक्टिव रहा क्वांट म्यूचुअल फंड (Quant Mutual Fund), जिसने अगस्त में तीन बड़े मिडकैप स्टॉक्स- Bharat Forge, Colgate-Palmolive, और Bosch से पूरी तरह अपनी हिस्सेदारी बेच दी।

इस पूरे बदलाव से ये समझ आता है कि म्यूचुअल फंड्स को इन स्टॉक्स के प्रदर्शन या आने वाले समय में इनके अच्छे नतीजे देने को लेकर थोड़ा शक है। या फिर हो सकता है कि फंड मैनेजर अब अपने पोर्टफोलियो में ऐसे स्टॉक्स शामिल करना चाहते हैं जो ज्यादा मुनाफा दे सकें।

निवेशकों के लिए जरूरी है कि वे इस तरह के बदलावों को गौर से देखें, क्योंकि इससे ये अंदाजा लगाया जा सकता है कि मिडकैप कंपनियों में से किन-किन स्टॉक्स को फंड मैनेजर अब उतना पसंद नहीं कर रहे। 

ये बदलाव म्यूचुअल फंड्स की एक्टिव स्ट्रैटेजी का हिस्सा होते हैं, यानी वो बाजार की हालत के हिसाब से अपने निवेश में बदलाव करते रहते हैं।

Read more!
Advertisement