₹1,000 की मंथली SIP आपको एलन मस्क या मुकेश अंबानी नहीं बनाएगी...PPFAS म्यूचुअल फंड के CIO राजीव ठक्कर ने चेताया
ठक्कर ने कहा कि कंपाउंडिंग तब ही प्रभावी होती है जब ‘P’- यानी प्रिंसिपल अमाउंट- काफी हो। एक्सपर्ट ने कहा कि इंवेस्टमेंट जर्नी का सबसे महत्वपूर्ण इनपुट यह है कि आप कितना निवेश करते हैं और कितने समय तक बने रहते हैं। इन्हें केवल निवेशक ही कंट्रोल करते हैं।

Mutual Fund SIP: PPFAS म्यूचुअल फंड के CIO राजीव ठक्कर ने फंड हाउस की 2025 यूनिटहोल्डर्स मीट में निवेशकों को सीधी चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि आपकी ₹1,000 की मंथली SIP आपको एलन मस्क या मुकेश अंबानी नहीं बनाएगी। उनका उद्देश्य निवेशकों का मनोबल गिराना नहीं, बल्कि वेल्थ क्रिएशन को लेकर उम्मीदों को रीअलिस्टिक बनाना था।
ठक्कर ने कहा कि कंपाउंडिंग तब ही प्रभावी होती है जब ‘P’- यानी प्रिंसिपल अमाउंट- काफी हो। एक्सपर्ट ने कहा कि इंवेस्टमेंट जर्नी का सबसे महत्वपूर्ण इनपुट यह है कि आप कितना निवेश करते हैं और कितने समय तक बने रहते हैं। इन्हें केवल निवेशक ही कंट्रोल करते हैं।
एक्सपर्ट ने फंड मैनेजर की भूमिका को लेकर बढ़ी-चढ़ी उम्मीदों से आगाह किया। रिटर्न यानी ‘R’ भी पूरी तरह फंड मैनेजर के हाथ में नहीं होता। ठक्कर ने कहा कि अगर बाजार 40% नीचे है तो हमसे यह उम्मीद न करें कि हम आपका पैसा डबल कर देंगे। हम बस इतना टारगेट रखते हैं कि प्रक्रिया और अनुशासन से इंडेक्स से बेहतर प्रदर्शन करें।
राजीव ठक्कर ने बताया कि कई निवेशक गलत तरीकों से रिटर्न का पीछा करते हैं जैसे- कम अवधि के पैसों को इक्विटी में लगाना, ग्रे मार्केट प्रीमियम देखकर IPO में दांव लगाना, या यह मान लेना कि ज्यादा इक्विटी अलोकेशन अपने-आप में ज्यादा रिटर्न देगा। एक्सपर्ट ने कहा कि ऐसी रणनीतियां तब जोखिम बढ़ाती हैं जब टारगेट 1-3 साल जैसे कम समय के हों।
उन्होंने जोर दिया कि इक्विटी लंबे समय के टारगेट के लिए उपयुक्त है। घर खरीदने या शिक्षा जैसे अल्पकालिक उद्देश्यों के लिए इक्विटी का इस्तेमाल करना खतरनाक हो सकता है।
ठक्कर ने लगातार ऊंचे रिटर्न की धारणा को भी गलत बताया। उनके अनुसार, 15-18% सालाना इक्विटी रिटर्न का जमाना चला गया। महंगाई कम है, इसलिए नॉमिनल रिटर्न भी कम हैं जो अच्छी बात है।