साइबर ठगी का चाइनीज रैकेट: हिंदी भाषी लोगों को बनाया निशाना
हरियाणा के पलवल में एक बड़े साइबर ठगी रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। इस गैंग का संचालन चाइनीज नागरिकों की संलिप्तता के साथ किया जा रहा था, जो हिंदी भाषी लोगों को निशाना बना रहे थे। गिरोह भारतीय नागरिकों को नौकरी का झांसा देकर कंबोडिया बुलाता, जहां उन्हें साइबर ठगी की ट्रेनिंग दी जाती थी। इसके बाद इन प्रशिक्षित ठगों को भारत में बैंक खाते खरीदने और करोड़ों की ठगी करने के लिए इस्तेमाल किया जाता था।

हरियाणा के पलवल में एक बड़े साइबर ठगी रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। इस गैंग का संचालन चाइनीज नागरिकों की संलिप्तता के साथ किया जा रहा था, जो हिंदी भाषी लोगों को निशाना बना रहे थे। गिरोह भारतीय नागरिकों को नौकरी का झांसा देकर कंबोडिया बुलाता, जहां उन्हें साइबर ठगी की ट्रेनिंग दी जाती थी। इसके बाद इन प्रशिक्षित ठगों को भारत में बैंक खाते खरीदने और करोड़ों की ठगी करने के लिए इस्तेमाल किया जाता था।
कैसे पकड़ा गया गैंग?
शिकायत: पलवल निवासी अनिल ने शिकायत दर्ज कराई कि 19 अक्टूबर को उन्हें कॉल कर ठगों ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताया और मनी लॉन्ड्रिंग के झूठे मामले में फंसाने की धमकी दी। इस बहाने उनसे 88 लाख रुपये ट्रांसफर करवाए गए।
जांच और गिरफ्तारी: पुलिस ने उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में छापेमारी कर 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार आरोपियों में शामिल नाम
उत्तर प्रदेश: अश्वनी उर्फ लुसी, सोनू कुमार पासवान, रजत वर्मा, उत्कर्ष, अविश, नीरज कुमार, संजीव कुमार, और शिवाजी मौर्या।
मध्य प्रदेश: मनोज, सचिन उपाध्याय, और यश दुबे।
डीएसपी का बयान
डीएसपी विशाल कुमार के अनुसार, चाइनीज नागरिक भारतीय नागरिकों को ठगी में शामिल करने के लिए कंबोडिया भेजते हैं, जहां उन्हें विशेष ट्रेनिंग दी जाती है। ठगी से कमाई गई रकम को चीन और अन्य देशों तक पहुंचाया जाता था। गैंग के सदस्य भारत समेत कंबोडिया, वियतनाम, नेपाल और दुबई की यात्राएं कर चुके हैं।
बरामद सामान और ठगी का दायरा
पुलिस ने आरोपियों से 31 मोबाइल, 5 एटीएम कार्ड, 8 चेकबुक, नकद राशि और चार गाड़ियां (होंडा सिटी, टाटा सफारी, दो सियाज) बरामद की हैं।
101 से ज्यादा शिकायतें और एफआईआर विभिन्न राज्यों में दर्ज हैं। अब तक 70 करोड़ रुपये की ठगी को अंजाम दिया जा चुका है।
पुलिस की अपील
साइबर ठगी के किसी भी मामले में राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर तुरंत शिकायत दर्ज करने की अपील की गई है, ताकि समय पर कार्रवाई की जा सके।
सावधान रहें और संदिग्ध कॉल्स से बचें।