दिल्ली में प्रदूषण के कारण मॉर्निंग वॉक छोड़ना पड़ा: चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़

GRAP के इस चरण में, दिल्ली-एनसीआर में कोयला, लकड़ी और डीजल जनरेटर के उपयोग पर पाबंदी रहेगी। चिन्हित सड़कों पर प्रतिदिन मशीनों से सफाई और पानी का छिड़काव किया जाएगा, साथ ही निर्माण और विध्वंस स्थलों पर धूल नियंत्रण के उपाय भी लागू किए जाएंगे।

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The air quality in the national capital showed slight improvement on October 24 due to increased wind speeds that helped disperse pollutants, although the AQI remained in the ‘very poor’ category.
The air quality in the national capital showed slight improvement on October 24 due to increased wind speeds that helped disperse pollutants, although the AQI remained in the ‘very poor’ category.

By Ankur Tyagi:

भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने 24 अक्टूबर को बताया कि दिल्ली में बिगड़ती वायु गुणवत्ता के कारण उन्होंने सुबह की सैर करना बंद कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट में पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, "मेरे डॉक्टर ने मुझे सांस संबंधी समस्याओं से बचने के लिए घर के भीतर रहने की सलाह दी है।"

चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने बढ़ते वायु प्रदूषण पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा, "मैंने आज से सुबह की सैर पर जाना बंद कर दिया है। मैं आमतौर पर सुबह 4-4:15 बजे टहलने जाया करता था।"

दिल्ली की हवा की बिगड़ती स्थिति

पिछले कुछ दिनों में दिल्ली की वायु गुणवत्ता लगातार गिरती जा रही है। यहां हवा का स्तर ‘बहुत खराब’ श्रेणी में है, जबकि कुछ इलाकों में इसे 'गंभीर' श्रेणी में भी मापा गया है। हरियाणा और पंजाब जैसे पड़ोसी राज्यों में पराली जलाए जाने से अक्टूबर-नवंबर में दिल्ली में प्रदूषण बढ़ने का खतरा रहता है।

इस बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के दूसरे चरण को लागू कर दिया है।

GRAP के इस चरण में, दिल्ली-एनसीआर में कोयला, लकड़ी और डीजल जनरेटर के उपयोग पर पाबंदी रहेगी। चिन्हित सड़कों पर प्रतिदिन मशीनों से सफाई और पानी का छिड़काव किया जाएगा, साथ ही निर्माण और विध्वंस स्थलों पर धूल नियंत्रण के उपाय भी लागू किए जाएंगे।

चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ जल्द छोड़ेंगे पद

10 नवंबर को सेवानिवृत्त होने जा रहे चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ ने सुप्रीम कोर्ट में पत्रकारों के लिए मीडिया मान्यता को लेकर भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अब मान्यता के लिए कानून की डिग्री की आवश्यकता हटा दी गई है, और मान्यता प्राप्त पत्रकारों को सुप्रीम कोर्ट परिसर में पार्किंग की सुविधा भी दी जाएगी।

उन्होंने न्यायालय के दस्तावेजों और प्रक्रियाओं के डिजिटलीकरण के बारे में भी जानकारी साझा की। इसके अलावा, उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के फैसलों को क्षेत्रीय भाषाओं में अनुवाद के लिए एआई तकनीक का उपयोग शुरू किया गया है, जहां रिटायर्ड जिला न्यायालय के जज एआई द्वारा किए गए अनुवादों को सुधारने में मदद कर रहे हैं।

डिजिटलीकरण से जज अब फ्लाइट के दौरान भी iPad का उपयोग करके केस फाइल्स तक डिजिटल पहुंच बना सकते हैं। जब उनसे रिटायरमेंट के बाद की योजनाओं के बारे में पूछा गया, तो चीफ जस्टिस ने बताया कि सेवानिवृत्ति के बाद वे कुछ समय आराम करने का इरादा रखते हैं।

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