LIC के निवेशक क्या करें, यहां मिलेगा हर सवाल का जवाब?
इस वक्त LIC के हर निवेशक के लिए इन सवालों के जवाब जानना सबसे ज्यादा जरूरी है? पहला सवाल - LIC का Q4 क्वार्टर में 6 गुना मुनाफे बढ़ने के बावजूद शेयर में तेजी क्यों नहीं है? दूसरा सवाल - ऐसी कौन सी बातें हैं जिसके चलते ये स्टॉक अंडर परफॉर्म कर रहा है या फिर ये कहे कि कौन से फैक्टर्स हैं जो शेयर में तेजी ला सकते हैं? तीसरा सवाल - इस शेयर को लेकर क्या स्ट्रैटर्जी बनानी चाहिए? खास कर उन निवेशकों के लिए जिन्होंने IPO के दौरान निवेश किया था? इस आर्टिकल में हम इन 3 सवालों के जवाब ढूंढने की कोशिश करेंगे। थोड़ा पीछे से शुरुआत करते हैं।

इस वक्त LIC के हर निवेशक के लिए इन सवालों के जवाब जानना सबसे ज्यादा जरूरी है?
पहला सवाल - LIC का Q4 क्वार्टर में 6 गुना मुनाफे बढ़ने के बावजूद शेयर में तेजी क्यों नहीं है?
दूसरा सवाल - ऐसी कौन सी बातें हैं जिसके चलते ये स्टॉक अंडर परफॉर्म कर रहा है या फिर ये कहे कि कौन से फैक्टर्स हैं जो शेयर में तेजी ला सकते हैं?
तीसरा सवाल - इस शेयर को लेकर क्या स्ट्रैटर्जी बनानी चाहिए? खास कर उन निवेशकों के लिए जिन्होंने IPO के दौरान निवेश किया था?
इस आर्टिकल में हम इन 3 सवालों के जवाब ढूंढने की कोशिश करेंगे। थोड़ा पीछे से शुरुआत करते हैं। देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी LIC ने 17 मई 2022 को शेयर बाजार में एंट्री की थी। इस सरकारी बीमा कंपनी के निवेशकों को पिछले एक साल में इस शेयर से करीब 2 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है। LIC ने लिस्टिंग के एक साल बाद अपने निवेशकों को करीब 30% से ज्यादा नुकसान करा चुका है। वहीं ईयर टू डेट देखें तो शेयर में 15% की गिरावट आ चुका है। 6 महीने के आंकड़ों को देखें तो शेयर ने करीब 4% नेगेटिव रिटर्न दिया है। इन सबके बीच कंपनी ने अपने चौथे क्वार्टर के रिजल्ट्स जारी कर दिए हैं।
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वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही में कंपनी का मुनाफा 466% बढ़कर 13,428 करोड़ रुपये हो गया है। एक साल पहले चौथी तिमाही में मुनाफा 2,371 करोड़ रुपये था। LIC की स्टैंडअलोन नेट प्रीमियम इनकम की बात करें तो ये 8.3% गिरकर 1.31 लाख करोड़ रुपये रहा है। जो एक साल पहले इसी क्वार्टर में 1.43 लाख करोड़ रुपये था । वहीं अगर फर्स्ट ईयर प्रीमियम की बात करें तो ये 12.33% घटकर 12,811 करोड़ रुपये पर पहुंच गई है। जबकि एक साल पहले ये 14,614 करोड़ रुपये था। लेकिन रिन्यूअल प्रीमियम 6.8% बढ़कर 76,009 करोड़ रुपए पहुंच गया है। वहीं अगर 13 महीने का परसिस्टेंसी रेश्यो देखें तो ये मार्च तिमाही में बढ़कर 70.16% हो गया है जबकि एक साल पहले इसी तिमाही में ये 69.24% था। आपको बता दें कि परसिस्टेंसी रेश्यो का मतलब है कि अब LIC के साथ एक साल से ज्यादा समय तक जुड़ने वाले पॉलिसीधारकों की संख्या बढ़ी है। इसके साथ ही बीमा कंपनी ने मुनाफे से खुश होकर 3 रुपये प्रति शेयर डिविडेंड का ऐलान किया है।
सवाल - अब ऐसे में सवाल उठता है जब मुनाफा अच्छा तो शेयर में तेजी क्यों नहीं? जानिए मार्केट एक्सपर्ट डॉक्टर Ravi Singh का क्या कहना है?
जवाब - LIC के रिजल्ट पॉजिटिव हैं पर लोगों के इन्वेस्टमेंट अभी भी काफी नुकसान में हैं, क्योकि पिछले प्राइस से स्टॉक अभी भी काफी नीचे है और आगे ज्यादा ग्रोथ प्रॉसपैक्ट नहीं दिखाई देने की वजह से लोगों को अभी भी निवेश करने में कोई खास रुची दिखाई नहीं दे रही है, इसीलिए LIC के शेयर में वो खरीदारी का रुझान देखने को नहीं मिल रहा है। अच्छे रिजल्ट के बावजूद भी।
सवाल - ऐसी कौन सी बातें हैं जिसके चलते ये स्टॉक अंडर परफॉर्म कर रहा है?
जवाब - इस समय प्रतियोगी के लिहाज से LIC के प्रोडक्ट आउटडेटेड हो गए हैं। इसी की वजह से लोगों का रुझान LIC की ओर कम हुआ है, प्राइवेट कंपनी के प्रोडक्ट और सर्विसेज लोगों को ज्यादा आकर्षित कर रहे हैं। इसी वजह से LIC का पुराना ट्रेंड ग्रोथ प्रोसपेक्ट को सर्पोट नहीं कर पा रहा है। इसके अपने खर्चे की वजह से प्रोफिट पर असर पर रहा है। ऑनलाइन सिस्टम की वजह से प्राइवेट कंपनी इसका फायदा उठा रही है और इन्वेस्टर को भी इसका फायदा देती है। LIC अभी भी अपने एजेंट्स के ऊपर निर्भर रहती है, यह मॉडल अब पुराना होता जा रहा है। अगर कंपनी के तरफ से कुछ चेंजेज देखने को मिलते है, जो डिजिटल इंडिया को सर्पोट करता हो तब LIC के शेयर में दमखम देखने को मिलेगा
सवाल - इस शेयर को लेकर क्या स्ट्रैटर्जी बनानी चाहिए? खास कर उन निवेशकों के लिए जिन्होंने IPO के दौरान निवेश किया था?
जवाब - Intelsense Capital के फाउंडर Abhishek Basumallick का कहना है कि LIC का बॉटम आउट प्रोसेस चल रहा है अगर आपका शेयर को लेकर नजरिया लंबी अवधि के लिए है तो फिर फायदा मिल सकता है।