रमेश बाबू जो 1200 करोड़ के मालिक है और आज भी काटते है लोगो के बाल
400 से अधिक कारों के मालिक, जिनमें मर्सीडीज और रोल्स रॉयस जैसी लग्जरी कारें शामिल है साथ ही भारत के अरबपति नाई के लि्स्ट में आते है। और उनकी कुल संपत्ति लगभग 1,200 करोड़ रुपये है, लेकिन वे आज भी लोगों के बाल काटते हैं।

जहां आमतौर पर धन-दौलत इंसान को बदल देती है, वहीं एक शख्स ऐसा भी है जिसने अरबों की संपत्ति होने के बावजूद अपनी साधारण जीवन नहीं छोड़ी। 400 से अधिक कारों के मालिक, जिनमें मर्सीडीज और रोल्स रॉयस जैसी लग्जरी कारें शामिल है साथ ही भारत के अरबपति नाई के लि्स्ट में आते है। और उनकी कुल संपत्ति लगभग 1,200 करोड़ रुपये है, लेकिन वे आज भी लोगों के बाल काटते हैं।
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अरबों की दौलत
बेंगलुरु के एक गरीब परिवार में जन्मे रमेश बाबू का जीवन काफी मेहनत भरा रहा है साथ बचपन कठिनाइयों से भरा था। उनके पिता का देहांत होने के बाद, परिवार की हालत बेहद खराब हो गई। उनकी मां लोगों के घरों में नौकरानी का काम करती थी, घर की ऐसी हालत थी कि उन्हें दो वक्त की रोटी भी नसीब नहीं होता था। परिवार की मदद करने के लिए, रमेश बाबू ने दूध और अखबार बेचने का काम किया और साथ ही अपने पिता के छोटे से सैलून को संभालने का फैसला किया। परिवार की आर्थिक तंगी के बावजूद उन्होंने अपनी पढ़ाई जारी रखी और इलेक्ट्रॉनिक्स में डिप्लोमा किया। इसी घड़ी में चलते-चलते असली बदलाव तब आया जब उन्होंने अपने पिता के सैलून को संभालने का फैसला किया। 1993 में, अपनी बचत और चाचा की मदद से उन्होंने पहली मारुति ओमनी खरीदी जो शुरू में खुद कार को चलाते थे, लेकिन धीरे-धीरे उन्होंने इसे किराए पर देना शुरू कर दिया और यहीं से रमेश टूर्स एंड ट्रैवल्स की शुरुवात हुई।
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रमेश टूर्स एंड ट्रैवल्स का विस्तार
मारुति ओमनी से शुरुआत करने के बाद रमेश बाबू का बिजनेस तेजी से बढ़ा। उन्होंने लक्जरी कारों में निवेश करने का फैसला किया और 2004 में अपनी पहली मर्सिडीज-बेंज ई-क्लास सेडान खरीदी। इसके बाद, उन्होंने एक के बाद एक कई लग्जरी गाड़ियां खरीदीं। आज, उनके पास 400 से अधिक गाड़ियां हैं, जिनमें से 120 से अधिक लग्जरी कारें हैं। उनके बेड़े में मर्सिडीज, बीएमडब्ल्यू और रोल्स रॉयस जैसी कारें शामिल हैं, जो उन्हें भारत के सबसे सफल उद्यमियों में से एक बनाती हैं। इतनी बड़ी सफलता के बावजूद, रमेश बाबू ने अपने पेशे को कभी नहीं छोड़ा। वे आज भी अपने सैलून को चलाते हैं और खुद बाल काटते हैं।