India GDP: अनुमान से बेहतर नहीं आए आंकड़ें, तीसरी तिमाही में 6.2 फीसदी रही जीडीपी ग्रोथ
GDP: चालू वित्त वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के जीडीपी ग्रोथ के आंकड़े आ गए हैं। दिसंबर तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 6.2 फीसदी रही।

India q3 GDP growth: चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही यानी अक्टूबर से दिसंबर के महीने में जीडीपी ग्रोथ 6.2 फीसदी रही। एक्सपर्ट ने अनुमान जताया था कि इस तिमाही यह ग्रोथ 6.3 फीसदी रहेगी।
भारत एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। दूसरी तिमाही में भारत की जीडीपी ग्रोथ 5.4 फीसदी थी। फाइनेंशियल एक्सपर्ट के अनुसार शहरी डिमांड और राष्ट्रीय चुनावों के कारण जीडीपी ग्रोथ में कमजोरी आई थी। नेशनल स्टैटिक्स ऑफिस (NSO) ने अनुमान जताया था कि दिसंबर तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 6.5 फीसदी रह सकती है।
दिसंबर तिमाही के लिए ग्रॉस वैल्यू एडेड (GVA) ग्रोथ 6.2 फीसदी रही, पिछले साल की समान अवधि में GVA ग्रोथ 6.8 फीसदी थी। वहीं, चालू कारोबारी साल की दूसरी तिमाही में GVA 5.6 फीसदी था।
कैसा रहा आंकड़ा
दिसंबर तिमाही में एग्री ग्रोथ बढ़त के साथ 5.6 फीसदी हो गया। सितंबर तिमाही में एग्री ग्रोथ 1.5 फीसदी था। तीसरी तिमाही में माइनिंग ग्रोथ साला दर साल पर 4.7 फीसदी से घटकर 1.4 फीसदी पर आ गया। वहीं, मैन्युफैक्चरिंग ग्रोथ घटकर 3.5 फीसदी रहा जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 14 फीसदी था। इसके अलावा कंस्ट्रक्शन ग्रोथ 7 फीसदी पर आ गया।
GDP क्या है? (What is GDP?)
GDP का इस्तेमाल देश की इकोनॉमी की हेल्थ को ट्रैक करने के लिए किया जाता है। जीडीपी में देश में बनाए गए सभी गुड्स और सर्विस की वैल्यू को देखा जाता है। इसमें विदेशी कंपनियों द्वारा किए जा रहे प्रोडक्शन भी शामिल होते हैं। वैसे तो जीडीपी दो तरह (रियल GDP और नॉमिनल GDP) होती है।
कैसे कैलकुलेट होती है GDP? (How is GDP calculated?)
GDP को फॉर्मूले के जरिये कैलकुलेट किया जाता है। यह फॉर्मूला GDP=C+G+I+NX है। इस फॉर्मूला में C प्राइवेट कंजम्प्शन, G गवर्नमेंट स्पेंडिंग, I इन्वेस्टमेंट और NX नेट एक्सपोर्ट है।
GDP की घटती-बढ़ती कैसे है?
GDP में हो रहे उतार-चढ़ाव के पीछे हमारा हाथ होता है। हम जितना खर्च करते हैं उसका योगदान इकोनॉमी में जाता है। इसके अलावा इसमें प्राइवेट सेक्टर के बिजनेस ग्रोथ का भी बड़ा योगदान है।