रोज 22 घंटे चलेंगी पैसे छापने की सरकारी मशीन, दो करोड़ से ज्यादा 500 के नोट हर दिन छपेंगे
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने जैसे ही 2000 नोट के नोट पर ले की घोषणा की वैसे ही पूरे भारतवर्ष में लोग सोचने लगे हैं क्या 500 के नोट कम पड़ जाएंगे। क्या 500 के नोट

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने जैसे ही 2000 नोट के नोट पर ले की घोषणा की वैसे ही पूरे भारतवर्ष में लोग सोचने लगे हैं क्या 500 के नोट कम पड़ जाएंगे? क्या 500 के नोट अब आसानी से नहीं मिलेंगे?
लोगों के मन में कई तरीके के प्रश्न खड़े हो रहे हैं, हालांकि आम लोगों को परेशानी ना हो इसलिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया तमाम सहित कई बैंकों ने नोटिफिकेशन जारी कर लोगों के प्रश्न का जवाब दिया है, बिजनेस टुडे बाजार भी आप लोगों के प्रश्न का जवाब देने के लिए कई खबरें दिखा रही है। अब खबर ये है कि देवास प्रेस प्रतिदिन 500-500 रुपए के 22 मिलियन नोट (2.20 करोड़ नोट) छांपने जा रही है। इसके लिए कर्मचारियों को प्रतिदिन 22 घंटे काम करना होगा।
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कर्मचारी एक साथ नहीं, बल्कि 11-11 घंटे की दो शिफ्टों में काम करेंगे। अभी ये 9-9 घंटे की शिफ्ट में काम करते हैं। बैंक नोट प्रेस में 500, 200, 100, 50 व 20 रुपए के नोटों की छपाई होती है। 2000 के नोट बंद होने की सूचना के बाद रविवार से 500-500 रुपए के नोटों की छपाई बढ़ा दी जाएगी। वर्तमान में यहां 18 से 20 मिलियन नोट प्रतिदिन छप रहे हैं। रविवार से सिर्फ 500-500 रुपए के ही 22 से 23 मिलियन नोट छापे जाएंगे।
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बीएनपी में करीब 1,100 कर्मचारी काम करते हैं। यहां मशीन से प्रतिदिन 4-4 रबर सिलेंडर बन रहे हैं। सिलेंडर का उपयोग नोट छपाई के दौरान इंक को नोट तक व्यवस्थित पहुंचाने का रहता है। बीएनपी में एक साल पहले वन लाइन मशीन इंस्टाल की गई थी। आरबीआई ने एक साल पहले से 2000 का नोट बंद करने की प्लानिंग कर ली थी। इसीलिए देवास की बैंक नोट प्रेस में सवा गुना नोट छपाई का काम चल रहा था। नई मशीन से दो शिफ्ट नौ-नौ घंटे ही नोट छपाई का काम तेज गति से चलता रहा जिससे बाजार में नोट की किल्लत नहीं आए। नई मशीन के पास ही पुरानी वाली भी लगी है, जिससे मशीन खराब होने की स्थिति में भी छपाई का काम चलता रहे।