Cerelac: क्या आपको पता है इस प्रोडक्ट में कितनी चीनी है !

पब्लिक आई' की रिपोर्ट में बताया गया है कि नेस्ले कई देशों में बच्चों के दूध और सेरेलैक प्रोडक्ट्स में चीनी और शहद का इस्तेमाल करता है। ऐसा करना मोटापे और पुरानी बीमारियों को रोकने के मकसद से बनाए गए अंतरराष्ट्रीय दिशानिर्देशों का उल्लंघन है। ज्यादा चीनी से नुकसान कई तरह से होते है। हाई ब्लड प्रेशर और दिल की बीमारी का खतरा बढ़ सकता है। शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है। डायबिटीज हो सकती है।

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भारत में बिकने वाले सभी 15 सेरेलैक बेबी प्रोडक्ट्स में खाने के लिए दी जाने वाली तय मात्रा में औसतन 3 ग्राम चीनी होती है
भारत में बिकने वाले सभी 15 सेरेलैक बेबी प्रोडक्ट्स में खाने के लिए दी जाने वाली तय मात्रा में औसतन 3 ग्राम चीनी होती है

By BT बाज़ार डेस्क:

क्या आप भी अपने बच्चों के लिए नेस्ले के बेबी-फूड ब्रांड्स का इस्तेमाल करते हैं? अगर हां, तो ये खबर आपके लिए हैं। ये बहुत बड़ी खबर है, अगर आप Nestle के दूध और Cerelac प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करते हैं तो बहुत ध्यान से इस खबर को समझिएगा। इतना ही नहीं रिपोर्ट के मुताबिक एक कंपनी के कैसे दोहरे मापदंड अपना रही है।  

'Public Eye' ने नेस्ले के कई प्रोडक्ट्स पर रिचर्स किया

भारत में नेस्ले के दो सबसे ज्यादा बिकने वाले बेबी-फूड ब्रांडों को लेकर ये खबर है। स्विट्जरलैंड की कंपनियों पर निगरानी रखने वाली वेबसाइट 'Public Eye' ने नेस्ले के कई प्रोडक्ट्स पर रिचर्स किया, जिसके बाद उसने कई बड़े खुलासे किए हैं। ये इसलिए भी महत्वपूर्ण हो जाता है, क्योंकि नेस्ले ने 2022 में भारत में 20,000 करोड़ रुपये से ज्यादा के सेरेलैक प्रोडक्ट्स बेचे हैं।

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सेरेलैक बेबी प्रोडक्ट्स

जांच में पता चला है कि भारत में बिकने वाले सभी 15 सेरेलैक बेबी प्रोडक्ट्स में खाने के लिए दी जाने वाली तय मात्रा में औसतन 3 ग्राम चीनी होती है। कंपनी की तरफ से बताया जाता है कि एक बार में बच्चों को सेरेलैक की कितनी मात्रा देनी होती है। अफ्रीका के इथियोपिया और एशिया के थाईलैंड जैसे देशों में तो चीनी 6 ग्राम तक पाई गई है। यहां गौर करने वाली बात ये है कि जब यही प्रोडक्ट्स जर्मनी और ब्रिटेन जैसे विकसित देशों में बेचे जाते हैं, तो उसमें चीनी नहीं होती है। बेबी प्रोडक्ट्स में ये जो चीनी की मात्रा मिली है कोई छोटी बात नहीं है। बड़ी मात्रा में एडेड शुगर या कहें अतिरिक्त चीनी मिली होने का खुलासे से सब चौंक गए हैं। दुनिया भर में ये चर्चा का मुद्दा बन गया है।

रिपोर्ट

'पब्लिक आई' की रिपोर्ट में बताया गया है कि नेस्ले कई देशों में बच्चों के दूध और सेरेलैक प्रोडक्ट्स में चीनी और शहद का इस्तेमाल करता है। ऐसा करना मोटापे और पुरानी बीमारियों को रोकने के मकसद से बनाए गए अंतरराष्ट्रीय दिशानिर्देशों का उल्लंघन है। ज्यादा चीनी से नुकसान कई तरह से होते है। हाई ब्लड प्रेशर और दिल की बीमारी का खतरा बढ़ सकता है। शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है। डायबिटीज हो सकती है। दांत में कैविटीज का खतरा हो सकता है। नॉन अल्कोहल फैटी लिवर की समस्या हो सकती है। अब आप खुद अंदाजा लगा लीजिए, ये शुगर कितना खरतरनाक है। एक्सपर्ट्स की मानें तो बच्चों के प्रोडक्ट्स में चीनी को डालना खतरनाक और गैरजरूरी काम है। ब्राजील में फेडरल यूनिवर्सिटी ऑफ पैराइबा के न्यूट्रीशन डिपार्टमेंट के मुताबिक, ये चिंता की बात है। शिशुओं और छोटे बच्चों को दिए जाने वाले फूड प्रोडक्ट्स में चीनी नहीं मिलानी चाहिए, क्योंकि ये अनावश्यक और बहुत ज्यादा नशीला होता है। 

नेस्ले की तरफ से नियमों के उल्लंघन

अच्छा यहां दिलचस्प बात ये हैं कि नेस्ले की तरफ से नियमों के उल्लंघन के मामले एशिया, अफ्रीका और दक्षिण अमेरिका के देशों में देखने को मिले हैं। यही प्रोडक्ट्स जर्मनी और ब्रिटेन जैसे विकसित देशों में बेचे जाते हैं, तो उसमें चीनी नहीं है। हालांकि, कंपनी का पक्ष भी जानना जरूरी है। कंपनी का कहना है कि हम, भारत में सभी नियमों का पालन कर रही है। आपको बता दें कि नेस्ले, स्विट्जरलैंड की एक नामी कंपनी है, जिसके प्रोडक्ट्स दुनियाभर में बेचे जाते हैं। अच्छा एक बात ये भी है कि प्रोडक्ट की पैकेजिंग पर इस बात की जानकारी नहीं है  कि इसमें कितनी चीनी है। रिपोर्ट में बताया गया, "नेस्ले अपने प्रोडक्ट्स में मौजूद विटामिन, मिनरल्स और अन्य पोषक तत्वों की जानकारी तो देता है, लेकिन जब बात अतिरिक्त चीनी की आती है, तो ये बिल्कुल भी पारदर्शी नहीं है।

Nestle की सफाई

हम प्रारंभिक बचपन के लिए अपने प्रोड्क्ट्स की पोषण गुणवत्ता में विश्वास करते हैं और उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री के उपयोग को प्राथमिकता देते हैं। हम नियमित रूप से अपने पोर्टफोलियो की समीक्षा करते हैं और गुणवत्ता, सुरक्षा और स्वाद से समझौता किए बिना एक्स्ट्रा शुगर के स्तर को कम करने के लिए अपने उत्पादों में सुधार जारी रखते हैं।

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