PAYTM पर Jefferies की आई बड़ी रिपोर्ट
जेफरीज की तरफ से पेटीएम पर रिपोर्ट आई है। जिसमें इस स्टॉक की रेटिंग कम कर दी है। ब्रोकरेज ने ये रुख पेटीएम से जुड़ी खबरों के शांत होने तक बरकरार रखने का फैसला किया है। इसके साथ ही जेफरीज ने पेटीएम की रेटिंग करने वाली पहली बड़ी ब्रोकरेज कंपनी बन गई है।

PAYTM पर तेजी से घटनाक्रम बदल रहा है। 19 फरवरी को इस स्टॉक में तेजी देखने को मिली और स्टॉक 5% उछलकर अपने अपर प्राइस बैंड को हिट किया है। इस तेजी का कारण भी जानते हैं और आगे पेटीएम पर आई रिपोर्ट पर भी चर्चा करेंगे। तो स्टॉक में तेजी की वजह दो हैं। पहला तो ये है कि RBI की तरफ से जो डेडलाइन 29 फरवरी से बढ़कार 15 मार्च किया गया है, एक कारण ये है और दूसरा कारण है एक्सिस बैंक को नोडल बैंक बनाए जाने की खबर। जैसा कि आप जानते हैं कि RBI ने पेटीएम को लेकर FAQ जारी किया। जिसमें कहा हया कि पेटीएम एप, UPI ट्रांसफर, मर्चेंट पेमेंट और लोन ओरिजनेशंस जारी रह सकते हैं। यहां पर RBI ने भी कहा कि मर्चेंट पेटीएम पेमेंट्स बैंक के बजाय किसी भी दूसरे बैंक खाते से जुड़े PAYTM QR, SOUNDBOX का इस्तेमाल 15 मार्च 2024 के बाद भी कर सकते हैं।
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जेफरीज की तरफ से पेटीएम पर रिपोर्ट
अब बात करते हैं रिपोर्ट की। Jefferies की तरफ से पेटीएम पर रिपोर्ट आई है। जिसमें इस स्टॉक की रेटिंग कम कर दी है। ब्रोकरेज ने ये रुख पेटीएम से जुड़ी खबरों के शांत होने तक बरकरार रखने का फैसला किया है। इसके साथ ही जेफरीज ने पेटीएम की रेटिंग करने वाली पहली बड़ी ब्रोकरेज कंपनी बन गई है। जेफरीज इंडिया का कहना है कि उसने पेटीएम की रेटिंग को अंडरपरफॉर्म से नॉट रेटेड की कैटेगरी में ला दिया है और वित्त वर्ष 2025 के रेवेन्यू में सालाना आधार पर 28% की गिरावट देखती है। रेवेन्यू में कमी कंपनी को नकदी संकट में धकेल रही है। जेफरीज ने अपने नोट में कहा कि हम यूजर, मर्चेंट रिटेंशन, रेवेन्यू ट्रैक्शन और कॉस्ट कंट्रोल्स से पैदा होने वाले सकारात्मक और नकारात्मक जोखिम देख रहे हैं। मार्चेंट-यूजर एट्रीशन 10 से 30% तक रहने और कुल रेवेन्यू को 20 से 45% का झटका लगने के आधार पर वैल्यूएशन काफी अलग हो सकती है। दूसरे अटके मुद्दों पर रेग्युलेटरी एक्शंस को लेकर खबरें अभी भी आ रही हैं। जेफरीज को लगता है कि RBI के पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर एक्शंस से कंपनी के एबिटा पर लगभग 20% असर हो सकता है।