मूडीज की रिपोर्ट के बाद अब अमेरिका को नई टेंशन

मूडीज ने अमेरिका के 10 बड़े बैंकों की क्रेडिट रेटिंग्स को डाउनग्रेड कर दिया है। रेटिंग एजेंसी ने PNC फाइनेंशियल सर्विसेज ग्रुप, कैपिटल वन फाइनेंशियल कॉर्प, सिटीजन्स फाइनेंशियल ग्रुप इंक, फिफ्थ थर्ड बैनकॉर्प, रीजन फाइनेंशियल कॉर्पोरेशन, एली फाइनेंशियल इंक, बैंक ओजेडके और हंटिंगटन समेत 10 बैंकों के लिए निगेटिव आउटलुक दिया है।

Advertisement
मूडीज की रिपोर्ट के बाद अब अमेरिका को नई टेंशन
मूडीज की रिपोर्ट के बाद अब अमेरिका को नई टेंशन

By Harsh Verma:

दुनिया का सबसे ताकतवर देश अभी फिच के झटके से उभरा भी नहीं था कि एक और नई परेशानी आकर खड़ी हो गई है। पहले फिच ने अमेरिका की आर्थिक हालत को देखते हुए क्रेडिट रेटिंग को घटाया दिया और अब अमेरिका पर मूडीज की आई रिपोर्ट ने फिर पूरी दुनिया को टेंशन में ला दिया है। इस रिपोर्ट में अमेरिका में बैंकिंग संकट को लेकर कई बड़ी और अहम बातें कही गई हैं। जिसका असर न सिर्फ अमेरिका बल्कि पूरी दुनिया में देखने को मिल सकत है, खासकर भारतीय बाजार पर भी। 

Also Read: America में PM Modi के साथ राजकीय भोज में शामिल अरबपति का हादसे में निधन, Obama ने किया ट्वीट

मूडीज ने अमेरिका के 10 बड़े बैंकों की क्रेडिट रेटिंग्स को डाउनग्रेड कर दिया है। रेटिंग एजेंसी ने PNC फाइनेंशियल सर्विसेज ग्रुप, कैपिटल वन फाइनेंशियल कॉर्प, सिटीजन्स फाइनेंशियल ग्रुप इंक, फिफ्थ थर्ड बैनकॉर्प, रीजन फाइनेंशियल कॉर्पोरेशन, एली फाइनेंशियल इंक, बैंक ओजेडके और हंटिंगटन समेत 10 बैंकों के लिए निगेटिव आउटलुक दिया है। इनम बैंकों की रेटिंग डाउनग्रेड को लेकर मूडीज ने कहा कि फंडिंग खर्च, संभावित कैपिटल रिस्क को देखते हुए लिया गया है। मूडीज ने ये भी चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में अमेरिकी बैंकों के लिए कमाई करना कमाना मुश्किल हो जाएगा क्योंकि ब्याज दरें ऊंची बनी हुई हैं, फंडिंग लागत बढ़ रही है और मंदी का खतरा मंडरा रही है। 

इतना ही नहीं कि मूडीज ने ये भी संकेत दिए कि स्थिति ऐसी ही बनी रही तो वो अमेरिकी बड़े बैंकों की रेटिंग भी डाउनग्रेड कर सकता है। कुछ महीने पहले अमेरिका मे एक के बाद एक कई बैंक डूब गए थे जिससे पूरी बैंकिंग इंडस्ट्री बुरी तरह से हिल गई थी। देश के तीन बड़े बैंक सिलिकॉन वैली बैंक, सिग्नेचर बैंक और फर्स्ट रिपब्लिक डूबे थे। अमेरिका का सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व ने महंगाई पर काबू पाने के लिए लगातार ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर रहा है और वहां कि ब्याज दर 22 साल के टॉप पर पहुंची हुई है। इससे अमेरिकी बैंकों की हालत खस्ता हो गई है। 

वहीं दूसरी ओर भारत में रेटिंग डाउनग्रेड का क्या असर होगा ये भी समझ लीजिए। बैकिंग सेक्टर के जानकारों का साफ तौर पर कहना है कि भारतीय बैंकिंग सेक्टर पर इसका कोई असर नहीं होने वाला है। भारतीय बैंक की बैलेंस शीट काफी मजबूत है। रिजर्व बैंक लगातार बैंकों की वित्तीय सेहत पर नजर बनाए हुए हैं। हालांकि इस फैसला का असर शेयर मार्केट पर दिखना संभव है, क्योंकि पहले भी फिच की खबर के बाद शेयर मार्केट में बड़ी गिरावट आई थी। मूडीज की इस चेतावनी के बाद अमेरिका का बैंकिंग सेक्टर अभी दबाव में है। अमेरिका शेयर बाजार में डाउ जोंस,  एसएंडपी 500 और नैसडैक में बड़ी गिरावट देखी गई है।

Read more!
Advertisement