Budget 2025: बजट के बाद रियल एस्टेट सेक्टर होगा BOOM, दिग्गजों ने जताई सुधारों की उम्मीद
फरवरी में यूनियन बजट पेश होगा। इस बजट पर आम जनता के साथ सभी सेक्टर के दिग्गजों की नजर बनी हुई है। यूनियन बजट 2025 से सभी सेक्टर को काफी उम्मीद है। हम आपको इस आर्टिकल में बताएंगे कि आगामी बजट को लेकर रियल एस्टेट सेक्टर की क्या उम्मीद है।

Union Budget 2025: आगामी बजट को लेकर रियल एस्टेट सेक्टर आशावादी है। सेक्टर को उम्मीद है कि इस बजट से विकास और दक्षता को बढ़ावा देने के सुधारों की उम्मीद है। इसके अलावा घर खरीदने वालों और डेवलपर्स के लिए कर राहत उपायों के साथ-साथ बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए किफायती आवास को महत्वपूर्ण बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
आइए, नीचे जानते हैं रियल एस्टेट सेक्टर को बजट 2025 से क्या उम्मीदें हैं।
Signature Global (India) के फाउंडर और चेयरमैन प्रदीप अग्रवाल के अनुसार अगर हाउसिंग लोन पर टैक्स छूट की सीमा बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दी जाए, तो यह घर खरीदने वालों के लिए बड़ी राहत होगी। इससे लाखों लोगों को अपना घर खरीदने का सपना पूरा करने में मदद मिलेगी।
CREDAI एनसीआर के अध्यक्ष और Gaurs Group के सीएमडी मनोज गौड़ का कहना है कि रियल एस्टेट देश की आर्थिक तरक्की का आईना है। हम उम्मीद करते हैं कि सरकार विकास की रफ्तार तेज करने के लिए जरूरी कदम उठाएगी। हमारी सबसे बड़ी मांगों में से एक है स्टांप ड्यूटी को कम करना, क्योंकि इसकी बढ़ती दरें खरीदारों पर बड़ा वित्तीय बोझ डाल रही हैं।
Pyramid Infratech के अश्वनी कुमार ने कहा कि रियल एस्टेट सेक्टर इस समय अच्छी रफ्तार पर है, लेकिन आने वाले बजट से हमारी सबसे बड़ी उम्मीद इसे इंडस्ट्री का दर्जा देने की है। साथ ही, हम सरकार से कहना चाहते हैं कि सीमेंट और स्टील जैसी जरूरी सामग्रियों पर भारी टैक्स को कम किया जाए, क्योंकि इससे निर्माण की लागत बढ़ रही है और प्रोजेक्ट पूरा करना मुश्किल हो रहा है।
Prateek Group के एमडी प्रतीक तिवारी के अनुसार रियल एस्टेट सेक्टर को आने वाले बजट से बड़ी उम्मीदें हैं। सालों से यह सेक्टर न सिर्फ रोजगार देने वाला बड़ा क्षेत्र बन गया है, बल्कि देश की जीडीपी में भी इसका योगदान बढ़ा है, और यह आगे और बढ़ने की उम्मीद है। ऐसे सरकार से उम्मीद करते हैं कि वह लंबे समय से चल रही मांगों को पूरा करेगी, जैसे सिंगल-विंडो क्लियरेंस सिस्टम और इंडस्ट्री का दर्जा देना।
Royal Estate Group के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर पीयूष कंसल ने कहा है कि 2024 में लग्जरी रियल एस्टेट ने पूरे सेक्टर में अच्छी बढ़त दिलाई। 2025 में भी यह रफ्तार जारी रहने की उम्मीद है। हमें इस बजट से बड़ी उम्मीदें हैं। इसके अलावा अगर सरकार रियल एस्टेट को इंडस्ट्री का दर्जा देती है, तो यह बड़ा बदलाव लाएगा। इससे निजी निवेश बढ़ेगा और इंफ्रास्ट्रक्चर तेजी से विकसित होगा।
एक्सेंशिया इंफ्रा के डायरेक्टर मानित सेठी का कहना है कि रियल एस्टेट सेक्टर को उद्योग का दर्जा देने की मांग काफी समय से की जा रही है, और यह इस बजट से लोगों की बड़ी उम्मीद है।
Sundream Group के सीईओ हर्ष गुप्ता ने कहा कि कमर्शियल रियल एस्टेट सेक्टर सरकार के बिजनेस और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के सपने को साकार करने में बड़ी भूमिका निभाता है। बढ़ती मांग को देखते हुए, हम सरकार से उम्मीद करते हैं कि आने वाले बजट में ऐसे कदम उठाए जाएं, जैसे ब्याज दरों को आसान बनाना और मंजूरी के लिए सिंगल-विंडो सिस्टम लाना।
Landmark Group के फाउंडर और चेयरमैन संदीप छिल्लर का कहना है कि रियल एस्टेट सेक्टर इस समय बेहतर परफॉरमेंस और लगातार बढ़ते विकास के चलते एक अहम मोड़ पर है। बजट से हमें काफी उम्मीदें हैं कि हमारी पुरानी मांगें, जैसे इंडस्ट्री का दर्जा और सिंगल विंडो क्लीयरेंस, पूरी की जाएगी।
क्रीवा और कनोडिया ग्रुप के फाउंडर डॉ. गौतम कनोडिया का कहना है कि रियल एस्टेट सेक्टर भारत की अर्थव्यवस्था का बड़ा हिस्सा है, और हमें उम्मीद है कि आने वाला बजट ऐसे सुधार लाएगा, जो बाजार में पैसों की कमी को दूर करेंगे। सरकार को टैक्स में राहत देने और कंस्ट्रक्शन के सामान पर जीएसटी कम करने पर ध्यान देना चाहिए।
तिरस्या एस्टेट्स के फाउंडर और मैनेजिंग डायरेक्टर रविंद्र गांधी का कहना है कि जैसे-जैसे केंद्रीय बजट 2025-26 करीब आ रहा है, रियल एस्टेट सेक्टर को ऐसे बदलावों की उम्मीद है जो विकास को बढ़ावा दे सकें। हाउसिंग लोन पर टैक्स छूट को ₹5 लाख तक बढ़ाने, रियल एस्टेट को इंडस्ट्री का दर्जा देने और जीएसटी से जुड़े नियमों को आसान बनाने से डेवलपर्स पर बोझ कम होगा और प्रॉपर्टी की कीमतों में स्थिरता आएगी।