पहली बार टू-व्हीलर लोन से बाइक या स्कूटी खरीदने जा रहे हैं? इन चीजों को ध्यान रखना गलती से भी ना करें मिस

ज्यादातर लोग टू व्हीलर खरीदने के लिए लोन का सहारा लेते हैं। लेकिन अगर आप पहली बार बाइक या स्कूटी लोन पर लेने का प्लान कर रहे हैं तो आपको कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए नहीं तो आपकी आपकी EMI बढ़ सकती है और साथ ही फाइनेंशियल बोझ भी बढ़ा सकता है।

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By Gaurav Kumar:

Two Wheeler Loan: आज के समय में दोपहिया वाहन जरूरत भी है और सुविधा भी। चाहे ऑफिस आने-जाने की बात हो या फिर रोजाना के काम, बाइक या स्कूटी एक किफायती विकल्प बन चुकी है।

ऐसे में ज्यादातर लोग टू व्हीलर खरीदने के लिए लोन का सहारा लेते हैं। लेकिन अगर आप पहली बार बाइक या स्कूटी लोन पर लेने का प्लान कर रहे हैं तो आपको कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए नहीं तो आपकी आपकी EMI बढ़ सकती है और साथ ही फाइनेंशियल बोझ भी बढ़ा सकता है। चलिए जानते हैं आपको किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

1. ब्याज दर 

टू-व्हीलर लोन की ब्याज दर अलग-अलग बैंक या NBFC की अलग-अलग होती है। आमतौर पर टू-व्हीलर लोन पर 8% से 20% तक की ब्याज दर देखने को मिलती है।

  • कम ब्याज दर का मतलब कम EMI
  • ज्यादा ब्याज दर का मतलब लंबी अवधि में ज्यादा खर्च
  • लोन लेने से पहले कम से कम 3-4 बैंकों या फाइनेंस कंपनियों के ऑफर जरूर तुलना करें।

2. प्रोसेसिंग फीस और अन्य चार्जेस समझें

अधिकतर लोग सिर्फ EMI पर फोकस करते हैं लेकिन प्रोसेसिंग फीस पर नहीं। आमतौर पर बैंक 500 से 2,500 रुपये तक चार्ज कर सकते हैं।

कुछ बैंक "Zero Processing Fee" भी ऑफर करते हैं। इसके अलावा डॉक्यूमेंट चार्जेस, स्टैंप ड्यूटी और इंश्योरेंस जैसे खर्चे भी जुड़ सकते हैं। इन्हें पहले से क्लियर करना जरूरी है।

3. प्री-पेमेंट और फोरक्लोजर चार्ज 

लोन जल्दी चुकाने पर कई बैंक अतिरिक्त चार्ज लगाते हैं। अगर आप 1-2 साल में लोन बंद करने का प्लान रखते हैं तो प्री-पेमेंट चार्ज, फोरक्लोजर चार्ज को पहले ही जान लें।

4. डाउन पेमेंट कितनी देनी है?

आमतौर पर बैंक बाइक की कीमत का 70% से 90% तक लोन देते हैं, यानी आपको 10% से 30% तक डाउन पेमेंट देना होगा।

जितना बड़ा डाउन पेमेंट, उतनी कम EMI और कम ब्याज का बोझ पड़ेगा। अगर संभव हो तो बाइक या स्कूटी की अमाउंट का 20-25% डाउन पेमेंट रखने की कोशिश करें।

5. EMI आपकी सैलरी के हिसाब से तय करें

लोन की EMI आपकी नेट इनकम के 30% से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। अगर EMI ज्यादा होगी तो आप हर महीने फाइनेंशियल स्ट्रेस में रहेंगे। लोन EMI कैलकुलेटर का इस्तेमाल करें और अपनी क्षमता के अनुसार EMI चुनें।

6. CIBIL स्कोर बहुत मायने रखता है

पहली बार लोन लेते समय CIBIL स्कोर खास तौर पर चेक किया जाता है।

750 से ऊपर स्कोर पर आपको अच्छी ब्याज दर पर लोन मिलता है। वहीं 650 से नीचे का स्कोर रहने पर ज्यादा ब्याज दर देना पड़ता है या फिर लोन ही रिजेक्ट हो जाता है। इसलिए पहले अपना CIBIL स्कोर जरूर जांचें।

7. इंश्योरेंस 

बाइक लेते समय इंश्योरेंस लेना जरूरी होता है। बैंक अक्सर 3 साल का कम्पल्सरी इंश्योरेंस जोड़ देते हैं। यह आपके ऑन-रोड प्राइस को बढ़ा सकता है। इंश्योरेंस का प्रीमियम खुद जांच लें और उचित प्लान चुनें।

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