फ्यूचर को देखते हुए EV बाइक लेना सही या अभी भी पेट्रोल वाली ही लें? जानिए क्या है बेहतर चॉइस
कई लोग कन्फ्यूज हैं कि क्या भविष्य को ध्यान में रखते हुए EV बाइक खरीदना सही रहेगा या फिलहाल पेट्रोल बाइक ही बेहतर विकल्प है?

EV vs Petrol Bike: भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) की रफ्तार लगातार बढ़ रही है और खासकर दोपहिया सेगमेंट में EV स्कूटर्स और बाइक्स की डिमांड तेजी से बढ़ी है। ऐसे में कई लोग कन्फ्यूज हैं कि क्या भविष्य को ध्यान में रखते हुए EV बाइक खरीदना सही रहेगा या फिलहाल पेट्रोल बाइक ही बेहतर विकल्प है?
EV बाइक
इलेक्ट्रिक बाइक्स को भविष्य का वाहन माना जा रहा है और इसके पीछे कई मजबूत वजहें हैं। EV बाइक्स कम चलने वाली लागत, ज्यादा माइलेज-इक्विवेलेंट, और कम सर्विस कॉस्ट जैसे फायदे देती हैं। एक EV बाइक को चार्ज करने में 8-12 रुपये तक बिजली लगती है, जो 80-100 किलोमीटर का रेंज देती है। यानी चलने का खर्चा पेट्रोल बाइक्स की तुलना में काफी कम है।
इसके अलावा सरकार भी EV को प्रमोट कर रही है। कई राज्यों में EV पर रोड टैक्स और रजिस्ट्रेशन शुल्क में छूट मिलती है। आने वाले समय में चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का विस्तार होने से EV को चलाना और भी सुविधाजनक हो जाएगा।
हालांकि ईवी की चुनौतियां भी हैं जैसे- रेंज को लेकर चिंता, चार्जिंग स्टेशन की कमी और बैटरी रिप्लेसमेंट की लागत अभी भी एक बड़ा सवाल है। कुछ यूजर्स को लंबी दूरी और हाईवे राइड्स में EV थोड़ा सीमित लग सकता है, खासकर छोटे शहरों या कस्बों में।
पेट्रोल बाइक
पेट्रोल बाइक अभी भी भारत में सबसे भरोसेमंद ऑप्शन मानी जाती है। इसकी सबसे बड़ी ताकत है रिफ्यूलिंग की सुविधा। पेट्रोल पंप हर जगह उपलब्ध हैं और टैंक फुल कराने में सिर्फ 2 मिनट लगते हैं। हाईवे, लॉन्ग राइड्स और गांवों में, पेट्रोल बाइक अभी भी EV की तुलना में ज्यादा प्रैक्टिकल साबित होती है।
2025 तक कई पेट्रोल बाइक कंपनियां अपने मॉडल्स को E20 फ्यूल कम्पैटिबल बना रही हैं, जिससे इंजन कम प्रदूषण करेगा और 20% एथेनॉल मिश्रित पेट्रोल पर भी अच्छे से चलेगा। हालांकि, पेट्रोल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं और सर्विस व रख-रखाव का खर्च भी EV की तुलना में ज्यादा है।
किसे क्या चुनना चाहिए?
शहरी यूजर्स, जिनका डेली कम्यूट 40-60 किमी के बीच है, उनके लिए EV बाइक एक किफायती और फ्यूचर-फ्रेंडली ऑप्शन हो सकती है।
हाईवे राइडर्स, लॉन्ग ट्रिप पसंद करने वालों या जहां चार्जिंग नेटवर्क कम है, उनके लिए अभी पेट्रोल बाइक ही ज्यादा प्रैक्टिकल है।