अचानक Elon Musk क्यों हो गए मोदी के 'जबरा फैन'?

दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क ने कहा कि मैं मोदी का फैन हूं और वो भी कोई छोटा-मोटा फैन नहीं बल्कि जबरा फैन। एलन मस्क यही नहीं थमे बल्कि उन्होंने अपने बयान में प्रधानमंत्री मोदी के तारीफों के जो पुल बांधे, उसे आपको भी जानना चाहिए।

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Elon Musk  क्यों हो गए मोदी के 'जबरा फैन'
Elon Musk क्यों हो गए मोदी के 'जबरा फैन'

By Harsh Verma:

दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क ने कहा कि मैं मोदी का फैन हूं और वो भी कोई छोटा-मोटा फैन नहीं बल्कि जबरा फैन। एलन मस्क यही नहीं थमे बल्कि उन्होंने अपने बयान में प्रधानमंत्री मोदी के तारीफों के जो पुल बांधे, उसे आपको भी जानना चाहिए।

न्यूयॉर्क में एलन मस्क और प्रधानमंत्री के बीच मुलाकात हुई है

एलन मस्क का साफ कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी भारत के लिए सही कदम उठा रहे हैं। वो भारत में आने वाली कंपनियों को पूरा सपोर्ट कर रहे हैं। भारत में दुनिया के किसी भी बड़े देश की तुलना में अधिक संभावनाएं हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि अचानक से ईलॉन मस्क क्यों मोदी और भारत की तारीफ क्यों की?

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दरअसल न्यूयॉर्क में एलन मस्क और प्रधानमंत्री के बीच मुलाकात हुई है। ये मुलाकात ऐसे समय में हुई, जब टेस्ला भारत में इलेक्ट्रिक कार बनाने के लिए मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित करना चाहती है। इस मुलाकात के बाद एलन ने कहा- भारत में दुनिया के किसी भी बड़े देश की तुलना में अधिक संभावनाएं हैं। ये एक शानदार मुलाकात थी और मैं उन्हें काफी पसंद करता हूं।' टेस्ला के भारत आने की टाइमलाइन के बारे में पूछे जाने पर एलन मस्क ने कहा, मुझे विश्वास है कि टेस्ला जल्द भारत में होगी। वो अगले साल यानि 2024 में भारत भी आने का प्लान कर रहे हैं।

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पीएम मोदी ने भी इस मुलाकात की तस्वीर ट्वीट करते हुए लिखा कि आज आपसे शानदार मुलाकात हुई एलन मस्क। हमने ऊर्जा से लेकर आध्यात्मिकता तक के इश्यूज पर बातचीत की। मीटिंग से पहले ही कयास लगाए जा रहे थे कि एलन मस्क और पीएम मोदी मुलाकात के दौरान भारत में टेस्ला की एंट्री पर बात कर सकते हैं और उम्मीद के मुताबिक ही मामला आगे बढ़ा।

टेस्ला ने भारत आने की इच्छा जताई

आपको बता दें कि पिछले साल टेस्ला ने भारत आने की इच्छा जताई थी, लेकिन तब कंपनी और सरकार के बीच बात नहीं बन पाई थी। टेस्ला ने सरकार से पूरी तरह से असेंबल गाड़ियों पर लगने वाली इंपोर्ट ड्यूटी को 100% से घटाकर 40% करने की मांग की थी। कंपनी चाहती थी कि उसकी गाड़ियों को लग्जरी नहीं बल्कि इलेक्ट्रिक व्हीकल माना जाए, लेकिन सरकार ने कहा था कि दूसरे देशों से इंपोर्ट किए जाने वाले किसी भी इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पर इंपोर्ट ड्यूटी माफ या कम करने का कोई भी इरादा नहीं है। भारत सरकार ने कहा था कि अगर टेस्ला भारत में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने का कमिटमेंट करती है तो इंपोर्ट पर रियायत देने पर विचार किया जाएगा। जिसके बाद ये बातचीत ठंडे बस्ते में चली गई थी। लेकिन अब एक बार फिर मोदी के अमेरिकी दौरे से मस्क की भारत में एंट्री साफ होती नजर आ रही है।

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