चावल की कीमतों पर लगेगी लगाम, सफेद चावल के एक्सपोर्ट पर बैन

सरकार ने सफेद चावल के एक्सपोर्ट पर रोक लगा दी है। इस बात की जानकारी सरकार ने गुरुवार को एक नोटिफिकेशन जारी कर दी है। देश में चावल की कीमत में तेजी को रोकने और डोमेस्टिक सप्लाई बढ़ाने के लिए सरकार ने यह कदम उठाया है। डायरेक्टर जनरल ऑफ फॉरेन ट्रेड (DGFT) ने नोटिफिकेशन में यह भी बताया है कि कुछ शर्तों के साथ चावल के एक्सपोर्ट को अनुमति दी जाएगी।

Advertisement
सफेद चावल के एक्सपोर्ट पर बैन
सफेद चावल के एक्सपोर्ट पर बैन

By Ankur Tyagi:

चीजों पर लगातार बढ़ते दामों पर लगाम लगने के लिए सरकार एक के बाद एक कदम उठा रही है, इसी बीच सरकार ने फिर से एक नया कदम उठया है। सरकार ने सफेद चावल के एक्सपोर्ट पर रोक लगा दी है। इस बात की जानकारी सरकार ने गुरुवार को एक नोटिफिकेशन जारी कर दी है। देश में चावल की कीमत में तेजी को रोकने और डोमेस्टिक सप्लाई बढ़ाने के लिए सरकार ने यह कदम उठाया है। डायरेक्टर जनरल ऑफ फॉरेन ट्रेड (DGFT) ने नोटिफिकेशन में यह भी बताया है कि कुछ शर्तों के साथ चावल के एक्सपोर्ट को अनुमति दी जाएगी। अगर नोटिफिकेशन से पहले जहाजों में चावल की लोडिंग शुरू हो गई है तो उसके एक्सपोर्ट की अनुमति होगी। साथ ही उन मामलों में भी चावल के एक्सपोर्ट की अनुमति होगी, जहां सरकार ने दूसरे देशों को इसकी इजाजत दे रखी है। 

Also Read: भारत की ग्रोथ स्टोरी पर IMF और ADB ने दिखाया विश्वास

सरकार ने देशों की फूड सिक्योरिटी की जरूरतों को देखते हुए इस तरह की अनुमति दी है। देश में पिछले कुछ समय से खाने-पीने की चीजों की कीमत में काफी तेजी आई है। गेहूं, चावल, दूध और सब्जियों की कीमत तेजी से बढ़ी हैं। पिछले 10 दिन में देशभर में चावल की कीमत में 20% की बढ़ोतरी देखने को मिली है। मॉनसून की बारिश में कमी के कारण धान और की बुवाई का (जमीन/भूमि/खेत का क्षेत्रफल) घटा है। 14 जुलाई तक के आंकड़ों के मुताबिक, खरीफ की बुवाई 2% कम हुई है। धान का रकबा 6.1% और दलहन का 13.3% है। इसकी वजह यह है कि पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और कर्नाटक में कम बारिश हुई है। पश्चिम बंगाल धान का बड़ा उत्पादक है, जबकि महाराष्ट्र और कर्नाटक में देश का 50% से भी ज्यादा दलहन होता है।

देश में चावल की कीमत में तेजी को रोकने और डोमेस्टिक सप्लाई बढ़ाने के लिए सरकार ने यह कदम उठाया है

दलहन और धान की बुवाई के लिए अगले 2 हफ्ते काफी अहम हैं। भारत दुनिया में चावल का सबसे बड़ा एक्सपोर्टर है। पिछले साल सितंबर में सरकार ने टूटे हुए चावल के एक्सपोर्ट पर रोक लगा दी थी। साथ ही दूसरी तरह के कई चावल के एक्सपोर्ट पर 20% ड्यूटी लगाई गई थी। इससे पहले Bloomberg की एक रिपोर्ट में बताया गया था कि सरकार चावल की अधिकांश किस्मों के एक्सपोर्ट पर बैन लगाने की तैयारी कर रही है। इससे देश का 80% चावल का एक्सपोर्ट प्रभावित हो सकता है। इससे देश में तो चावल की कीमत में गिरावट आएगी, लेकिन दुनियाभर में चावल की कीमत बढ़ सकती है। पिछले दस दिन में देशभर में चावल की कीमत में 20% तेजी आई है। इसकी वजह यह है कि देश में धान का उत्पादन करने वाले राज्यों में बारिश सही ढंग से नहीं हुई है।

Also Read: Russia से नहीं मिल रहा अब सस्ता तेल, क्या है पूरा मामला समझिए?

Read more!
Advertisement