दिल्ली-एनसीआर निवासी हो जाए सावधान! नवंबर में और बढ़ने वाला है प्रदूषण - रिपोर्ट

CREA एनालिस्ट मनोज कुमार के अनुसार, पिछले एक दशक में अक्टूबर का औसत AQI 173 से 285 के बीच रहा है। उन्होंने कहा कि 2025 में औसत AQI 223 दिखाता है कि दिल्ली की हवा हर अक्टूबर में लगातार ‘खराब’ बनी हुई है। इससे साफ है कि मौजूदा उपाय प्रदूषण को स्ट्रक्टर रूप से कम करने में नाकाम रहे हैं।

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By Gaurav Kumar:

Delhi Air Pollution: दिल्ली-एनसीआर की हवा एक बार फिर सांसें थामने पर मजबूर कर रही है। सेंटर फॉर रिसर्च ऑन एनर्जी एंड क्लीन एयर (CREA) की रिपोर्ट के मुताबिक, अक्टूबर 2025 में दिल्ली में 27 दिन ऐसे रहे जब एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) ‘खराब’ या ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज किया गया। पूरे महीने में सिर्फ चार दिन हवा ‘संतोषजनक’ स्तर पर रही, जबकि एक भी दिन AQI ‘अच्छी’ (50 से कम) श्रेणी में नहीं आया।

30 अक्टूबर को दिल्ली ने तीन साल में सबसे ज्यादा प्रदूषण स्तर दर्ज किया - उस दिन AQI 373 रहा, जो अक्टूबर के लिए एक नया रिकॉर्ड है। दिवाली की रात (20 अक्टूबर) को भी हवा की गुणवत्ता बिगड़ी, जब AQI 345 दर्ज किया गया, जो 2024 की दिवाली (AQI 328) से ज्यादा था।

CREA एनालिस्ट मनोज कुमार के अनुसार, पिछले एक दशक में अक्टूबर का औसत AQI 173 से 285 के बीच रहा है। उन्होंने कहा कि 2025 में औसत AQI 223 दिखाता है कि दिल्ली की हवा हर अक्टूबर में लगातार ‘खराब’ बनी हुई है। इससे साफ है कि मौजूदा उपाय प्रदूषण को स्ट्रक्टर रूप से कम करने में नाकाम रहे हैं।

दिल्ली के प्रदूषण में पराली का योगदान इस बार कम रहा है। एयर क्वालिटी मैनेजमेंट सिस्टम (AQMS) के अनुसार, 30 अक्टूबर को PM2.5 में पराली का हिस्सा केवल 0.5% और 31 अक्टूबर को 1.6% था।

नवंबर में और बिगड़ेंगे हालात

हालांकि, नवंबर में हालात और बिगड़ने की आशंका है। IARI के आंकड़ों के मुताबिक, पंजाब में पराली जलाने की 442 नई घटनाएं शनिवार को दर्ज की गईं। 1 नवंबर को दिल्ली के PM2.5 में पराली का योगदान 9.03% तक पहुंच गया, जबकि 2 नवंबर को यह 3.45% रहा। AQMS डेटा बताता है कि झज्जर से 11% और परिवहन क्षेत्र से 18.13% प्रदूषण का योगदान रहा।

मनोज कुमार का कहना है कि नवंबर की शुरुआत में प्रदूषण में बढ़ोतरी मौसमी ट्रेंड है। आग लगने की घटनाएं तो कारण हैं, लेकिन हवा पहले से ही वाहनों, उद्योगों और थर्मल पावर प्लांट्स के उत्सर्जन से भारी प्रदूषित है।

IITM पुणे के पूर्वानुमान के अनुसार, 8 नवंबर तक PM2.5 का स्तर 378 AQI तक पहुंच सकता है, जबकि PM10 327 और औसत PM2.5 255 रह सकता है। एक्सपर्ट का कहना है कि अगले दो हफ्तों में दिल्ली की हवा ‘गंभीर’ श्रेणी में जा सकती है, खासकर नवंबर के पहले और दूसरे सप्ताह में जब पराली जलाने का चरम समय होता है।

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