Yes Bank Share: बैंक के इस स्पष्टीकरण के बाद धड़ाम हुआ स्टॉक! 9% से ज्यादा टूटा भाव

यस बैंक के शेयरों में आज भारी गिरावट दर्ज की जा रही है। शेयर आज 9% से ज्यादा टूटकर अपने दिन के नीचले स्तर 21.06 रुपये पर पहुंच गया है।

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By Gaurav Kumar:

Yes Bank Share: निजी क्षेत्र के बैंक यस बैंक (Yes Bank) के शेयरों में आज भारी गिरावट दर्ज की जा रही है। शेयर आज 9% से ज्यादा टूटकर अपने दिन के नीचले स्तर 21.06 रुपये पर पहुंच गया है। स्टॉक में यह गिरावट बैंक द्वारा जारी एक स्पष्टीकरण के बाद आया है। 

दरअसल बैंक ने आज अपने एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि मीडिया में ऐसी खबरें चल रही हैं कि सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉरपोरेशन (SMBC) पूर्ण स्वामित्व वाली शाखा को संचालित करने के लिए आरबीआई से लाइसेंस की मंजूरी मांग रहा है। इस कदम को यस बैंक में कंट्रोलिंग हिस्सेदारी हासिल करने की योजना के हिस्से के रूप में देखा जा रहा है।

बैंक ने इस खबर पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि बैंक को मीडिया चले रहे खबरों से संबंधित चर्चाओं की जानकारी नहीं है। इसके अलावा, बैंक द्वारा RBI के साथ ‘रोड मैप’ चर्चा करने के संदर्भ तथ्यात्मक रूप से गलत हैं। 

अपडेट के बाद खबर लिखे जानें तक सुबह 10:09 बजे तक एनएसई पर बैंक का शेयर 9.02% या 2.10 रुपये टूटकर 21.18 रुपये पर कारोबार कर रहा था तो वहीं बीएसई पर स्टॉक 8.90% या 2.07 रुपये गिरकर 21.20 रुपये पर ट्रेड कर रहा था।

इस महीने की शुरुआत में, यस बैंक ने भारतीय स्टेट बैंक (SBI) और सात अन्य निजी लेंडर द्वारा SMBC को 20 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने की घोषणा की, जो 21.50 रुपये प्रति शेयर के भाव पर 13,482 करोड़ रुपये में 413 करोड़ से अधिक शेयर खरीदेंगे। 

सात निजी लेंडर्स में एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, एक्सिस बैंक, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक, फेडरल बैंक और बंधन बैंक शामिल थे।

बिजिनेस टुडे के रिपोर्ट के मुताबिक एक बार जब जापानी बैंक को पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी स्थापित करने की मंजूरी मिल जाती है, तो एसबीआई और अन्य लेंडर आरबीआई के साथ यस बैंक और एसएमबीसी द्वारा चर्चा की गई रोडमैप के अनुसार अपनी बचे लगभग 14 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने की संभावना है।

यस बैंक का यह स्पष्टीकरण यस बैंक बोर्ड की बैठक से कुछ घंटे पहले आया है, जहां बैंक इक्विटी शेयरों, डेट सिक्योरिटीज और/या किसी अन्य पात्र सिक्योरिटिज को अनुमेय तरीकों से जारी करके पैसे जुटाने पर विचार करेगा, जिसमें निजी प्लेसमेंट, प्रीफेंशियल इश्यू या कोई अन्य तरीका शामिल हो सकता है। 

यस बैंक ने कहा कि एसबीआई 10 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी के साथ एक प्रमुख शेयरधारक बना रहेगा। एसबीआई और अन्य बैंकों ने मार्च 2020 में यस बैंक रिवाइविंग प्लान के एक हिस्से के रूप में बैंक में निवेश किया था। 

एसबीआई की 24 प्रतिशत हिस्सेदारी थी और अन्य निवेशित बैंकों के पास यस बैंक में कुल मिलाकर 9.7 प्रतिशत हिस्सेदारी थी।
 

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