Stock Market में अचानक क्यों आई तेजी, ये रैली आगे जारी रहेगी?
पिछले सत्र में आधे प्रतिशत से ज्यादा गिरने के बाद भारतीय शेयर बाजार के बेंचमार्क सेंसेक्स और निफ्टी 50 ने शुक्रवार यानि 22 नवंबर को 2 प्रतिशत तक की तेजी दिखाई। इसमें Reliance, Infosys, ICICI Bank और TCS के नेतृत्व की अहम भूमिका रही।

पिछले सत्र में आधे प्रतिशत से ज्यादा गिरने के बाद भारतीय शेयर बाजार के बेंचमार्क सेंसेक्स और निफ्टी 50 ने शुक्रवार यानि 22 नवंबर को 2 प्रतिशत तक की तेजी दिखाई। इसमें Reliance, Infosys, ICICI Bank और TCS के नेतृत्व की अहम भूमिका रही।
क्लोजिंग को देखें तो सेंसेक्स 1,961 अंकों (2.54 प्रतिशत) की बढ़ोतरी के साथ 79,117 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 50,557 अंकों (2.39 प्रतिशत) की बढ़त के साथ 23,907 पर बंद हुआ। बाजार में अच्छी खरीदारी देखने को मिली, क्योंकि BSE मिडकैप और BSE स्मॉलकैप इंडेक्स में 1.26 प्रतिशत और 0.90 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।
कुल मिलाकर BSE लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप (m-cap) पिछले सत्र में ₹425.4 लाख करोड़ से बढ़कर ₹432.6 लाख करोड़ हो गया। जिससे एक दिन में निवेशकों को करीब ₹7.2 लाख करोड़ का फायदा हुआ।
शेयर मार्केट क्यों भागा?
एक्सपर्ट्स की मानें तो घरेलू बाजार में कई सेक्टरों में मजबूत खरीदारी देखने को मिली, जो कल के बिकवाली दबाव के बाद एक स्मार्ट रिकवरी को दिखाता है। गुरुवार की गिरावट के पीछे मुख्य वजह अदाणी मुद्दे रहा। Reliance Industries, Infosys, TCS, ICICI बैंक, ITC, L&T और SBI जैसे भारी-भरकम स्टॉक्स में मजबूत बढ़त देखी गई, जिससे बाजार के बेंचमार्क को मजबूती मिली।
कोटक सिक्योरिटीज के हेड ऑफ इक्विटी रिसर्च श्रीकांत चौहान का कहना है कि वहीं दूसरी ओर कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि बाजार में बदलाव तकनीकी कारकों के चलते आया है, क्योंकि नए पॉजिटिव संकेतों की अभी भी कमी है जो बाजार को आगे बढ़ा सकें। वर्तमान बाजार की स्थिति कमजोर है, लेकिन ओवरसोल्ड स्थिति बनी हुई है। ट्रेडर्स के लिए 23,350 और 23,400 महत्वपूर्ण स्तर होंगे। 23,400 के ऊपर हम 23,500-23,550 तक एक तेज रैली देख सकते हैं। दूसरी ओर 23,250 के नीचे एक बिक्री दबाव शुरू हो सकता है और बाजार 23,175-23,150 तक गिर सकता है।
ये रैली जारी रहेगी?
Geojit Financial Services के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट वी के विजयकुमार का कहना है कि बाजार मौजूदा स्तरों से रिकवर कर सकता है, क्योंकि गुरुवार की बिक्री मुख्य रूप से अदाणी मुद्दे के कारण थी। लेकिन बाजार जिन चुनौतियों का सामना कर रहा है, उन्हें देखते हुए एक स्थायी रिकवरी की संभावना कम है।
मार्केट एक्सपर्ट अवीनाश गोरक्षाकर का कहना है कि Meaningful activity जनवरी के पहले हफ्ते के बाद फिर से शुरू होने की उम्मीद है, जब बाजार ट्रम्प के नीति बयान को ध्यान में रखना शुरू करेगा। इसके अलावा फरवरी का बजट एक महत्वपूर्ण घटना होगी जो बाजार की भावना को आकार देगी।
डिस्क्लेमर: यह जानकारी केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है और इसे निवेश सलाह के रूप में नहीं समझा जाना चाहिए। निवेश निर्णय लेने से पहले एक वित्तीय सलाहकार से परामर्श करने की सिफारिश की जाती है।