भारत के नुकसान से पाक में जश्न का माहौल!

भारत और पाकिस्तान के बीच की आर्थिक स्थिति में हाल के दिनों में दिलचस्प मोड़ आया है। जहां भारत की अर्थव्यवस्था लगातार बढ़ रही है, वहीं पाकिस्तान अपने फॉरेक्स रिजर्व को लेकर जश्न मना रहा है। आइए जानते हैं ये मामला क्या है।

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By Adarsh Garg:

भारत और पाकिस्तान का नाम आऐ दिन खबरो में बने होते है , पड़ोसी मुल्क होने के बावजूद दोनो के बीच कभी रिश्ते अच्छे बन ही नही पाए। वही बात की जाए बाकी देशो की तुलना में आज भी पाकिस्तान के साथ हमारा तनाव पूर्ण रिश्ते बरकरार है जैसे पहले हुआ करता था। वही आर्थिक स्थिति की बात करे तो आज पाकिस्तान आर्थिक परेशानी से जुझते, डगमगाता जिन्दा है। साथ अनेको हादसो करतूतो के कारण ही पाकिस्तान परिचीत है। 

 

भारत और पाकिस्तान के बीच की आर्थिक स्थिति में हाल के दिनों में दिलचस्प मोड़ आया है। जहां भारत की अर्थव्यवस्था लगातार बढ़ रही है, वहीं पाकिस्तान अपने फॉरेक्स रिजर्व को लेकर जश्न मना रहा है। आइए जानते हैं ये मामला क्या है।

भारत का विदेशी मुद्रा भंडार

भारत की अर्थव्यवस्था आज दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकोनॉमी बन चुकी है। लेकिन पिछले कुछ हफ्तों से भारत का फॉरेक्स रिजर्व गिरावट का सामना कर रहा है। 25 अक्टूबर 2023 को समाप्त हुए सप्ताह में, भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 3.46 अरब डॉलर घटकर 684.80 अरब डॉलर रह गया। यह आंकड़ा भारत के लिए चिंताजनक है, खासकर तब जब यह सितंबर के अंत में 704.88 अरब डॉलर के अपने उच्चतम स्तर पर पहुंचा था।

पाकिस्तान का फॉरेक्स रिजर्व

वहीं, दूसरी ओर पाकिस्तान का फॉरेक्स रिजर्व बढ़ रहा है। पाकिस्तान का फॉरेक्स रिजर्व 25 अक्टूबर वाले सप्ताह में 16.04 अरब डॉलर रहा, जो इससे पहले के सप्ताह 16.01 अरब डॉलर से बढ़ गया। पाकिस्तान, जो आईएमएफ से मिले कर्ज पर निर्भर है, इस वृद्धि को लेकर जश्न मना रहा है। हालांकि, भारत और पाकिस्तान के फॉरेक्स रिजर्व की तुलना करना उचित नहीं है। भारत का फॉरेक्स रिजर्व 684.80 अरब डॉलर है, जो पाकिस्तान के 16.04 अरब डॉलर से कहीं ज्यादा है। लेकिन इन हालातों में पाकिस्तान की खुशी भारत के लिए चिंताजनक है।

भारत का फॉरेक्स रिजर्व विवरण

भारत का विदेशी मुद्रा भंडार विभिन्न देशों की मुद्राओं, सोने के भंडार, और आईएमएफ के स्पेशल ड्राइंग राइट (SDR) से मिलकर बनता है। 25 अक्टूबर को भारत के पास विदेशी मुद्राओं की कुल वैल्यू 593.75 अरब डॉलर, गोल्ड रिजर्व 68.52 अरब डॉलर, SDR 18.21 अरब डॉलर और आईएमएफ के पास मौजूद रिजर्व पोजिशन 4.30 अरब डॉलर थी।

इस आर्थिक असमानता के बावजूद, भारत को अपनी मजबूत अर्थव्यवस्था पर गर्व होना चाहिए। हालांकि, फॉरेक्स रिजर्व में गिरावट भारत के लिए चिंता का विषय है, और यह देखने वाली बात होगी कि भारत इस चुनौती का सामना कैसे करता है।

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