Quick Commerce की कंपनी Zepto और Blinkit नई उड़ान के लिए तैयार!
भारत में ऑनलाइन मार्केट की रफ्तार दिनोदिन तेज होती जा रही है। कोविड-19 के दौरान इस सेक्टर को मिला बंपर सपोर्ट अब क्विक कॉमर्स के आने से नई ऊंचाईयों को छू रहा है। लेकिन अब ये सेक्टर मेट्रोज से निकलकर छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों में विस्तार करने का दम भर रहा है।

भारत में ऑनलाइन मार्केट की रफ्तार दिनोदिन तेज होती जा रही है। कोविड-19 के दौरान इस सेक्टर को मिला बंपर सपोर्ट अब क्विक कॉमर्स के आने से नई ऊंचाईयों को छू रहा है। लेकिन अब ये सेक्टर मेट्रोज से निकलकर छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों में विस्तार करने का दम भर रहा है।
फिक्की-डेलॉयट की रिपोर्ट
- मजबूत ग्रामीण डिमांड के सहारे भारतीय ई-कॉमर्स बाजार 21 फीसदी CAGR से ग्रोथ करेगा
- 2030 तक इसका आकार 325 अरब डॉलर का होने की उम्मीद है
इसके असर से भारत के रिटेल सेक्टर को भी फायदा मिलता नजर आ रहा है। आंकड़ों के मुताबिक रिटेल सेक्टर का साइज 2022-23 में 753 अरब डॉलर रहा। जिसके 2026-27 तक 9.1 फीसदी CAGR से बढ़ने का अनुमान है। ये दुनिया की दिग्गज अर्थव्यवस्थाओं में सबसे ज्यादा है। रिटेलर्स अब भारत के इस तेजी से बढ़ते सेगमेंट पर अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए ओमनीचैनल रणनीतियां अपना रहे हैं। बिक्री में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल बढ़ा रहे हैं। इसके साथ ही कंज्यूमर्स की डिमांड को समझकर प्राइवेट लेबल लॉन्च कर रहे हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि टियर 2 और 3 शहरों में रिटेल नेटवर्क के विस्तार से इस तेजी को काफी फायदा मिलने की उम्मीद है।
रिपोर्ट के मुताबिक
- स्मार्टफोन की बढ़ती पहुंच
- इंटरनेट का बढ़ता दायरा
- डिस्पोजेबल इनकम ने इस विस्तार को बढ़ावा दिया है
अब रिटेल सेक्टर की स्पीड को बढ़ाने में क्विक कॉमर्स महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। रोजमर्रा के इस्तेमाल में काम आने वाले जरुरी सामानों की मिनटों में डिलीवरी करने वाला ये सेगमेंट पारंपरिक सप्लाई चेन पर भारी पड़ रहा है। इसने खपत के एक नए पैटर्न को स्थापित किया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत 2030 तक दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा कंज्यूमर मार्केट बन सकता है। इसको बढ़ाने में डायरेक्ट टू कंज्यूमर ब्रांड्स, प्रीमियम प्रॉडक्ट्स पक बढ़ता फोकस और इनोवेटिव सामानों के बढ़ते लॉन्च हैं।
जो युवा और मिड बजट के शहरी ग्राहकों की जरुरतों को ध्यान में रखकर बनाए जा रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में ग्रामीण सेक्टर की मजबूत डिमांड रिटेल सेक्टर की तेजी की सबसे बड़ी वजह है जो पीएम जनधन योजना की वजह से ग्रामीणों को फाइनेंशियल सिस्टम का हिस्सा बना चुकी है। इस योजना के तहत 53 करोड़ से ज्यादा बैंक खाते खोले गए हैं। इसके साथ ही FMCG प्रॉडक्ट्स का बढ़ता निर्यात भी रिटेल सेक्टर की ग्रोथ का फ्यूल बन रहा है।