सारे रिकॉर्ड तोड़ने के लिए आ रहा है देश का सबसे बड़ा IPO

अब तक का देश का सबसे बड़ा IPO कार बनाने वाली दक्षिण कोरियाई कंपनी Hyundai का रहा है। लेकिन अब इसके रिकॉर्ड की तैयारी चल रही है। जी हां, नया IPO बाजार में धमाल मचाने आ रहा है। आइये जानते हैं डिटेल्स

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सारे रिकॉर्ड तोड़ने के लिए आ रहा है देश का सबसे बड़ा IPO
सारे रिकॉर्ड तोड़ने के लिए आ रहा है देश का सबसे बड़ा IPO

By Harsh Verma:

अब तक का देश का सबसे बड़ा IPO कार बनाने वाली दक्षिण कोरियाई कंपनी Hyundai का रहा है। लेकिन अब इसके रिकॉर्ड की तैयारी चल रही है। जी हां, नया IPO बाजार में धमाल मचाने आ रहा है। आइये जानते हैं डिटेल्स

इस IPO का नाम नेशनल स्टॉक एक्सचेंज यानि NSE है। यह स्टॉक एक्सचेंज IPO लॉन्च करने की तैयारी में है। फिलहाल यह बाजार नियामक SEBI से हरी झंडी मिलने का इंतजार कर रहा है।

IPO से जुड़ी खास जानकारी

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के चीफ बिजनेस ऑफिसर श्रीराम कृष्णन ने कहा है कि उनका आईपीओ देश का सबसे बड़ा आईपीओ हो सकता है। उल्लेखनीय है कि अभी भारत में हुंडई का आईपीओ देश का सबसे बड़ा रहा है। उनका कहना है कि आईपीओ लाने का मकसद प्राइस डिस्कवरी नहीं है बल्कि पारदर्शिता और जवाबदेही के लिए है। कृष्णन ने बताया कि इस समय नॉन लिस्टेड मार्केट में NSE का वैल्यूएशन करीब 4.75 लाख करोड़ रुपये है। उनका कहना है कि फिलहाल IPO मूल्य निर्धारण के बारे में कोई इश्यू नहीं है, क्योंकि एक्सचेंज के पास कोई प्रमोटर नहीं है। 

कितना बड़ा IPO

करीब 20,000 शेयरधारकों के साथ, NSE के शेयर नॉन लिस्टेड मार्केट में सबसे लोकप्रिय है। कंपनी ने हाल ही में 4:1 के रेश्यो में बोनस जारी किया है। इसके बाद इसके शेयर लगभग 2,000 रुपये प्रति यूनिट पर कारोबार कर रहे हैं। इस हिसाब से एक्सचेंज का वर्तमान मार्केट वैल्यूएशन करीब 4.75 लाख करोड़ रुपये है। अगर NSE IPO में 10% इक्विटी बेचने का फैसला करता है, तो इसका साइज करीब 47,500 करोड़ रुपये हो सकता है। इस लिहाज से यह भारत में अब तक का सबसे बड़ा IPO बन जाएगा।

कब आएगा IPO

NSE कागजात दाखिल करने के लिए SEBI की मंजूरी का इंतजार कर रहा है। कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि जब भी मंजूरी मिलेगी, हम IPO ले आएंगे। उल्लेखनीय है कि NSE  ने IPO को 2016 में पहली बार अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दाखिल करने के बाद से ही देरी का सामना करना पड़ रहा है। कंपनी पर को-लोकेशन घोटाले का आरोप लगा है, जिसकी वजह से उसे आपत्ति का सामना करना पड़ा था। इस घोटाले में कुछ ब्रोकरों ने व्यापक बाजार की कीमत पर NSE के सिस्टम, डेटा और ट्रेडिंग सुविधाओं तक तेजी से पहुंच हासिल करके अनुचित लाभ प्राप्त किया था।

डिस्क्लेमर: यह जानकारी केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है और इसे निवेश सलाह के रूप में नहीं समझा जाना चाहिए। निवेश निर्णय लेने से पहले एक वित्तीय सलाहकार से परामर्श करने की सिफारिश की जाती है।
 

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