हाईवे इंफ्रास्ट्रक्चर के आईपीओ को मिला छप्परफाड़ रिस्पॉन्स! 200 गुना से अधिक मिला सब्सक्रिप्शन | Latest GMP

7 अगस्त दोपहर 2 बजे के डेटा के मुताबिक इस आईपीओ को कुल 202.52 गुना सब्सक्रिप्शन मिला है। आज इस आईपीओ में पैसा लगाने का आखिरी दिन है। यह आईपीओ 5 अगस्त को खुला था।

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By Gaurav Kumar:

Highway Infrastructure IPO: इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट एंड मैनेजमेंट कंपनी हाईवे इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (Highway Infrastructure Ltd.) के आईपीओ को ताबड़तोड़ सब्सक्रिप्शन मिला है। आज इस आईपीओ में पैसा लगाने का आखिरी दिन है। यह आईपीओ 5 अगस्त को खुला था।

7 अगस्त दोपहर 2 बजे के डेटा के मुताबिक इस आईपीओ को कुल 202.52 गुना सब्सक्रिप्शन मिला है। Qualified Institutional Buyers ने इस ऑफर को    87.62 गुना, Non-Institutional Investor ने इस आईपीओ को 345.67 गुना और Retail Individual Investor ने इस ऑफर को 128.68 गुना सब्सक्राइब किया है। 

चलिए जानते हैं कितना है इसका लेटेस्ट ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) और अन्य आईपीओ डिटेल

Highway Infrastructure IPO Details 

इस मेनबोर्ड आईपीओ का कुल इश्यू साइज ₹130 करोड़ का है। कंपनी फ्रेश इश्यू के जरिए 1.39 करोड़ इक्विटी शेयर जारी करके ₹97.52 करोड़ जुटाना चाहती है वहीं ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए 0.46 करोड़ इक्विटी शेयर जारी करके ₹32.48 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है। 

इस आईपीओ का सब्सक्रिप्शन 5 अगस्त को खुला था जो आज यानी 7 अगस्त को बंद हो रहा है। कंपनी ने इस आईपीओ का प्राइस बैंड ₹65 - ₹70 रुपये और 211 शेयरों का एक लॉट साइज तय किया है। इस हिसाब से निवेशकों को न्यूनतम ₹13,715 का निवेश करना होगा। 

इस आईपीओ का रजिस्ट्रार  Bigshare Services Pvt Ltd है। इस इश्यू का अलॉटमेंट कल यानी शुक्रवार 8 अगस्त को हो सकता है और इसकी लिस्टिंग मंगलवार 12 अगस्त को होने की संभावना है।

Highway Infrastructure IPO GMP

ग्रे मार्केट को ट्रैक करने वाली विभिन्न वेबसाइटों के मुताबिक आज इस आईपीओ का लेटेस्ट जीएमपी दोपहर 14:01 बजे तक ₹40 है। 

Highway Infrastructure के बारे में 

हाईवे इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (HIL) की स्थापना 1995 में हुई थी। यह एक भारतीय इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी है जो टोल कलेक्शन, EPC (इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन) प्रोजेक्ट्स और रियल एस्टेट डेवलपमेंट जैसे क्षेत्रों में काम करती है। कंपनी खासतौर पर सड़कों, हाईवे, पुलों और रिहायशी प्रोजेक्ट्स के निर्माण और रखरखाव में माहिर है।

बिजनेस  के प्रमुख क्षेत्र:

टोल कलेक्शन: HIL देशभर में हाईवे प्रोजेक्ट्स पर टोल वसूली का काम करती है, जो उन्हें बिडिंग प्रक्रिया के जरिए मिलते हैं। कंपनी दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर ANPR (ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन) तकनीक का इस्तेमाल करने वाली कुछ चुनिंदा कंपनियों में से एक है।

कंपनी की टोल सेवाएं 11 राज्यों और 1 केंद्रशासित प्रदेश तक फैली हुई हैं और यह RFID टैग और डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म के जरिए आधुनिक टोल वसूली करती है। 31 अगस्त 2024 तक, कंपनी ने 24 टोल प्रोजेक्ट्स पूरे किए हैं और फिलहाल 7 प्रोजेक्ट्स का संचालन कर रही है।

EPC इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स: HIL के पास खुद की टीम और संसाधन हैं जो प्रोजेक्ट की शुरुआत से लेकर पूरा होने तक उसे संभालती है। कंपनी ने अब तक 63 EPC प्रोजेक्ट्स पूरे किए हैं और 20 प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है। फिलहाल कंपनी मध्य प्रदेश के इंदौर, रतलाम और खंडवा में प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही है।

रियल एस्टेट: इस क्षेत्र में HIL आवासीय और कमर्शियल प्रॉपर्टीज का निर्माण, विकास और बिक्री करती है। कंपनी ने समय के साथ गेटेड कम्युनिटी और हाउसिंग प्रोजेक्ट्स भी विकसित किए हैं। हालांकि, रियल एस्टेट HIL का सबसे छोटा बिजनेस सेक्टर है।

31 अगस्त 2024 तक, कंपनी के पास 398 कर्मचारी हैं जो इसके विभिन्न विभागों में कार्यरत हैं।
 

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