Haryana, Jammu Kashmir Exit Polls 2024 : क्या चुनाव नतीजों का सेंसेक्स, निफ्टी पर असर पड़ेगा?

हरियाणा में कांग्रेस को 90 सदस्यीय विधानसभा में 50-58 सीटों के साथ पूर्ण बहुमत मिलने का अनुमान है। यह 2019 के चुनावों में 31 सीटों के मुकाबले कम है। सीवोटर एग्जिट पोल के अनुसार, राज्य में जीत की हैट्रिक बनाने की कोशिश कर रही सत्तारूढ़ भाजपा को 20-28 सीटें मिलती दिख रही हैं, जो 2019 में 40 सीटों से कम है।

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By Ankur Tyagi:

मोतीलाल ओसवाल ने अपने एक ब्रोकरेज नोट में कहा है कि हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों के परिणाम, हालांकि बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं हैं, लेकिन ये बाजार को हत्सोहित कर सकते हैं, क्योंकि एग्जिट पोल में हरियाणा और जम्मू-कश्मीर दोनों में भाजपा को नुकसान की भविष्यवाणी की गई है।

हरियाणा में कांग्रेस को 90 सदस्यीय विधानसभा में 50-58 सीटों के साथ पूर्ण बहुमत मिलने का अनुमान है। यह 2019 के चुनावों में 31 सीटों के मुकाबले कम है। सीवोटर एग्जिट पोल के अनुसार, राज्य में जीत की हैट्रिक बनाने की कोशिश कर रही सत्तारूढ़ भाजपा को 20-28 सीटें मिलती दिख रही हैं, जो 2019 में 40 सीटों से कम है।

जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन को 90 विधानसभा सीटों में से 40-48 सीटें मिलने का अनुमान है। भाजपा को 27-32 सीटें और महबूबा मुफ्ती की पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) को 6-12 सीटें मिलने का अनुमान है। अन्य पार्टियों और निर्दलीय उम्मीदवारों को 6-11 सीटें मिल सकती हैं।

मोतीलाल ओसवाल ने कहा कि चीन के स्टुमुलस पैकेज से भारत से एफआईआई की निकासी हो रही है।

इसके अलावा कमोडिटी के दबाव और कॉर्पोरेट आय में नरमी के कारण बाजार में मोंमेंटम थमता हुआ नजर आ रहा है।


जुलाई 2024 से निफ्टी ईपीएस में 6 प्रतिशत की गिरावट के साथ आय संशोधन प्रतिकूल हो गए हैं। बिजली की मांग, पीएमआई डेटा, जीएसटी संग्रह और ऑटो संख्या जैसे उच्च आवृत्ति संकेतकों से हाल ही में मिले आंकड़े भी मांग में नरमी का संकेत देते हैं।

एमओएफएसएल ने कहा, "महंगे व्यापक बाजार मूल्यांकन (एनएसई मिडकैप सूचकांक निफ्टी-50 के मुकाबले 70 प्रतिशत प्रीमियम पर और बाजार पूंजीकरण जीडीपी के 146 प्रतिशत पर) और बाजार की चौड़ाई का संकुचित होना जोखिम-लाभ समीकरण को और जटिल बना देता है।"

सितंबर तिमाही के लिए, एमओएफएसएल ने कहा कि निफ्टी की आय में सालाना आधार पर 2 प्रतिशत की वृद्धि होगी। वैश्विक कमोडिटीज को छोड़कर निफ्टी की आय सालाना आधार पर 10 प्रतिशत बढ़ने की संभावना है। वित्तीय क्षेत्र को छोड़कर, निफ्टी के लिए तिमाही के दौरान मार्जिन सालाना आधार पर 40 बीपीएस घटकर 20 प्रतिशत रहने की संभावना है।

लार्जकैप में, एमओएफएसएल को आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, एलएंडटी, एचसीएल टेक, एचयूएल, एमएंडएम, पावर ग्रिड, टाइटन कंपनी लिमिटेड, भारती एयरटेल और मैनकाइंड फार्मा पसंद हैं। मिडकैप और स्मॉलकैप सेगमेंट में, इसे इंडियन होटल्स, एंजेल वन, गोदरेज प्रॉपर्टीज, पर्सिस्टेंट सिस्टम्स, मेट्रो ब्रांड्स, पीएनबी हाउसिंग, ग्लोबल हेल्थ, सेलो वर्ल्ड, डिक्सन टेक और फाइव स्टार बिजनेस फाइनेंस पसंद हैं।

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