चीन के बाज़ार आज खुलेंगे, निफ्टी में रिकवरी की गुंजाइश आज भी कम
सोमवार को हफ्ते के पहले कारोबारी सत्र में बाजार ने सकारात्मक शुरुआत की थी, लेकिन रिकवरी के दौरान बिकवाली का दबाव हावी रहा। निफ्टी ने कल के सत्र में कई महत्वपूर्ण स्तरों को तोड़ दिया। 27 सितंबर को 26,277 के शिखर से निफ्टी अब तक 1,500 अंक की गिरावट दर्ज कर चुका है। पिछले तीन सत्रों में निवेशकों को करीब ₹23 लाख करोड़ का नुकसान हो चुका है। इस दौरान, निफ्टी के 50 में से 47 स्टॉक्स में 1% से 10% तक की गिरावट आई है।

Stock Market : ईरान-इजरायल के बीच बढ़ते तनाव का असर अब ग्लोबल बाजारों पर साफ नजर आ रहा है। घरेलू बाजारों में भी आज कमजोर शुरुआत देखने को मिल रही है। गिफ्ट निफ्टी करीब 120 अंकों की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है। अमेरिकी बाजारों में कल 1% की गिरावट देखने को मिली, और एशियाई बाजारों में भी कमजोरी बनी हुई है। हालांकि, चीन के बाजार में आज शुरुआती कारोबार के दौरान 10% की तेज बढ़त दर्ज की गई है, क्योंकि चीन की सरकार आज आर्थिक सुधारों के लिए राहत उपायों की घोषणा कर सकती है।
सोमवार को हफ्ते के पहले कारोबारी सत्र में बाजार ने सकारात्मक शुरुआत की थी, लेकिन रिकवरी के दौरान बिकवाली का दबाव हावी रहा। निफ्टी ने कल के सत्र में कई महत्वपूर्ण स्तरों को तोड़ दिया। 27 सितंबर को 26,277 के शिखर से निफ्टी अब तक 1,500 अंक की गिरावट दर्ज कर चुका है। पिछले तीन सत्रों में निवेशकों को करीब ₹23 लाख करोड़ का नुकसान हो चुका है। इस दौरान, निफ्टी के 50 में से 47 स्टॉक्स में 1% से 10% तक की गिरावट आई है।
सोमवार को एक समय निफ्टी इंट्राडे में 24,700 के स्तर से भी नीचे चला गया था। हालांकि, दिन के निचले स्तरों से थोड़ी रिकवरी देखने को मिली और निफ्टी 24,800 के स्तर पर बंद होने में सफल रहा। HDFC बैंक पर बिकवाली का दबाव लगातार छठे दिन जारी रहा, जिससे इस स्टॉक के मार्केट कैपिटलाइजेशन में ₹1 लाख करोड़ की गिरावट आई है।
ग्लोबल बाजारों से मिले संकेत: ब्याज दरों में बड़ी कटौती की उम्मीदें कम होने और मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव के कारण सोमवार को अमेरिकी बाजार लगभग 1% की गिरावट के साथ बंद हुए। रोजगार के आंकड़े और बॉन्ड यील्ड में बढ़ोतरी के चलते मनी मार्केट में चिंता बढ़ गई है। अमेरिकी 10-साल का बॉन्ड यील्ड 4.012% तक पहुंच चुका है। डॉलर इंडेक्स 102.17 पर है, जबकि सोने की कीमत 2,643 डॉलर प्रति औंस हो चुकी है। कच्चे तेल की कीमतों में भी तेजी जारी है, और ब्रेंट क्रूड 81 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है। महंगे कच्चे तेल से महंगाई बढ़ने की चिंताएं फिर से उभर रही हैं, क्योंकि पिछले 5 दिनों में तेल की कीमतों में 12% से अधिक की बढ़ोतरी हुई है।