NATO के एक फैसले से चमके डिफेंस स्टॉक्स! BEL, HAL समेत इन शेयरों में बुल रन

इस तेजी के पीछे दो बड़ी वजह है: पहला - उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (NATO) की डिफेंस खर्च बढ़ाने की योजना और दूसरा- भारत के रक्षा निर्यात में बेजोड़ वृद्धि।

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By Gaurav Kumar:

Defence Stocks: गुरुवार, 26 जून को एक बार फिर से शेयर बाजार में तेजी देखने को मिल रही है। इस बीच आज भारतीय डिफेंस कंपनियों के शेयरों में शानदार तेजी दर्ज की जा रही है। शुरुआती कारोबार में भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (Bharat Electronics Limited), हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (Hindustan Aeronautics Limited), भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (Bharat Dynamics Limited), सोलर इंडस्ट्रीज इंडिया (Solar Industries India) और अपोलो माइक्रो सिस्टम्स (Apollo Micro Systems) के शेयरों में 2% तक की बढ़त दर्ज की गई।

इस तेजी के पीछे दो बड़ी वजह है: पहला - उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (NATO) की डिफेंस खर्च बढ़ाने की योजना और दूसरा- भारत के रक्षा निर्यात में बेजोड़ वृद्धि।

उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (NATO) के 32 सदस्य देशों ने 2035 तक डिफेंस बजट को जीडीपी के 5% तक ले जाने की प्रतिबद्धता जताई है। यह फैसला अमेरिका के दबाव के बाद लिया गया, जिससे ग्लोबल डिफेंस इंडस्ट्री में निवेश की नई संभावनाएं बनी हैं। इस कदम से भारत की रक्षा कंपनियों को नए निर्यात बाजार मिल सकते हैं।

दूसरी ओर, घरेलू मोर्चे पर भी भारत की डिफेंस कंपनियों के लिए परिस्थितियां अनुकूल बन रही हैं। इनक्रेड इक्विटीज की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत का कुल डिफेंस एक्सपोर्ट 2023-24 में 21,100 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो 46% की सालाना वृद्धि दर को दर्शाता है। इनमें 85 से अधिक देशों को मिसाइल, रडार और बख्तरबंद वाहन जैसी वस्तुएं भेजी गईं। प्राइवेट सेक्टर की भागीदारी भी तेजी से बढ़ी है- 2016-17 में जहां यह 13% थी, वहीं 2023-24 में यह 62% तक पहुंच गई।

डिफेंस कंपनियों के शेयरों में यह उछाल केवल बाजार की तात्कालिक प्रतिक्रिया नहीं, बल्कि एक लॉन्ग टर्म ट्रेंड का संकेत है, जिसमें भारत न केवल आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ रहा है, बल्कि ग्लोबल डिफेंस आपूर्ति सीरीज में भी अपनी स्थिति मजबूत कर रहा है।

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