डिफेंस सेक्टर की इस कंपनी ने किया बड़ा ऐलान, वॉरंट्स के बदले जारी किए नए शेयर - स्टॉक में हलचल
फिलहाल खबर लिखे जानें तक शेयर दोपहर 12:14 बजे तक बीएसई पर 0.78% या 2.20 रुपये गिरकर 283.85 रुपये पर ट्रेड कर रहा था तो वहीं एनएसई पर स्टॉक 0.59% या 1.65 रुपये टूटकर 283.30 रुपये पर कारोबार कर रहा था।

Defence Stock: डिफेंस सेक्टर की कंपनी, अपोलो माइक्रो सिस्टम्स लिमिटेड (Apollo Micro Systems Ltd) ने 12 नवंबर को बाजार बंद होने के बाद अपने लेटेस्ट एक्सचेंज फाइलिंग में बड़ी जानकारी दी है।
फिलहाल खबर लिखे जानें तक शेयर दोपहर 12:14 बजे तक बीएसई पर 0.78% या 2.20 रुपये गिरकर 283.85 रुपये पर ट्रेड कर रहा था तो वहीं एनएसई पर स्टॉक 0.59% या 1.65 रुपये टूटकर 283.30 रुपये पर कारोबार कर रहा था।
कंपनी ने दी ये बड़ी जानकारी
अपने एक्सचेंज फाइलिंग में कंपनी ने बताया कि कंपनी ने जून 2025 में 30 वारंट होल्डर्स को 3,80,67,058 वॉरंट्स जारी किए थे, उसमें से एक वारंट होल्डर पीयूष भूपेंद्र गाला ने ₹30,00,024 की राशि 'Warrant Exercise Price' के रूप में दी है जिसके लिए उन्हें 35,088 इक्विटी शेयर जारी करने के लिए बोर्ड मेंबर्स ने मंजूरी दी है।
इसके साथ ही, कंपनी की जारी और चुकता पूंजी बढ़कर ₹33,56,74,736 हो गई है, जो अब 33,56,74,736 इक्विटी शेयरों के बराबर है।
Apollo Micro Systems Q2 FY26 Results
कंपनी ने अपने फाइलिंग में बताया कि उसने Q2 FY26 में अपनी अब तक की सबसे अधिक रेवेन्यू और PAT दर्ज की है। Q2 में कंपनी का रेवेन्यू सालाना आधार पर 40% बढ़कर ₹225 करोड़ रहा जो एक साल पहले ₹161 करोड़ था।
वहीं PAT सालाना आधार पर 91% बढ़कर ₹30 करोड़ रहा जो एक साल पहले ₹16 करोड़ था। कंपनी का EBITDA सालाना आधार पर 80% बढ़कर 59.19 करोड़ रुपये रहा जो एक साल पहले 32.89 करोड़ रुपये था।
अपोलो माइक्रो सिस्टम्स लिमिटेड के एमडी बड्डम करुणाकर रेड्डी ने कहा कि हमें यह बताते हुए खुशी हो रही है कि Apollo Micro Systems ने वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही (Q2 FY26) में भी अपनी शानदार ग्रोथ जारी रखी है। यह हमारी रणनीतिक सोच, ऑपरेशनल एक्सीलेंस और टीम की मेहनत का नतीजा है।
उन्होंने बताया कि कंपनी का राजस्व पिछले साल की तुलना में 40% बढ़कर ₹2252.6 मिलियन हो गया है, जो पिछले साल की इसी तिमाही में ₹1607.1 मिलियन था। यह ग्रोथ कंपनी के मजबूत ऑर्डर बुक और कई हाई-वैल्यू प्रोजेक्ट्स के सफल प्रोडक्शन में जाने से संभव हुई है।
कंपनी का EBITDA (ऑपरेटिंग मुनाफा) 80% बढ़कर ₹591.9 मिलियन पर पहुंच गया, जो पिछले साल ₹328.9 मिलियन था।
EBITDA मार्जिन भी 20% से बढ़कर 26% हो गया - यानी कंपनी की लागत दक्षता और प्रॉफिटेबिलिटी में स्पष्ट सुधार दिखा है।
नेट प्रॉफिट (PAT) भी 91% बढ़कर ₹300.3 मिलियन हो गया, जबकि पिछले साल यह ₹157.3 मिलियन था। PAT मार्जिन 9.8% से बढ़कर 13.3% हो गया - जो कंपनी की मजबूत ग्रोथ और कुशल संचालन को दर्शाता है।