जेन स्ट्रीट पर सेबी की कार्रवाई के बाद बीएसई के शेयरों में 10% की गिरावट, आज 5% से ज्यादा टूटा स्टॉक
इस बिकवाली का कारण SEBI की ओर से अमेरिकी ट्रेडिंग फर्म Jane Street के खिलाफ की गई सख्त कार्रवाई है। सेबी ने Jane Street पर भारत में इक्विटी डेरिवेटिव्स से $2.3 बिलियन कमाने के दौरान ‘मैनिपुलेटिव रणनीतियों’ का उपयोग करने का आरोप लगाया है। इसके चलते SEBI ने फर्म को भारतीय सिक्योरिटीज बाजार से प्रतिबंधित कर दिया है।

BSE Shares: एशिया के सबसे पुराने स्टॉक एक्सचेंज BSE लिमिटेड के शेयर मंगलवार, 8 जुलाई को 4% तक गिर गए। निवेशकों की बिकवाली और वैल्यूएशन को लेकर बढ़ती चिंता ने इस गिरावट को और बढ़ाया। सुबह 11:02 बजे BSE का शेयर 5.24% या 138.20 रुपये गिरकर 2,498 रुपये पर कारोबार कर रहा है।
इस बिकवाली का कारण SEBI की ओर से अमेरिकी ट्रेडिंग फर्म Jane Street के खिलाफ की गई सख्त कार्रवाई है। सेबी ने Jane Street पर भारत में इक्विटी डेरिवेटिव्स से $2.3 बिलियन कमाने के दौरान ‘मैनिपुलेटिव रणनीतियों’ का उपयोग करने का आरोप लगाया है। इसके चलते SEBI ने फर्म को भारतीय सिक्योरिटीज बाजार से प्रतिबंधित कर दिया है।
बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) द्वारा प्रोप्राइटी ट्रेडिंग फर्म जेन स्ट्रीट पर कार्रवाई किए जाने के बाद से बीएसई के शेयरों में 10 प्रतिशत की गिरावट आई है। सेबी ने आरोप लगाया है कि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक ने सूचकांकों से लाभ कमाने के लिए जोड़-तोड़ वाली रणनीति अपनाई है।
Jane Street विवाद के चलते BSE पर भी दबाव आया है, क्योंकि इसकी आय का बड़ा हिस्सा डेरिवेटिव कारोबार से आता है। FY26 के लिए जेफरीज ने अनुमान लगाया है कि BSE की कुल आय में 58% योगदान डेरिवेटिव्स से होगा। हालांकि, इस सेगमेंट में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPIs) का योगदान सिर्फ 3-4% है और Jane Street का हिस्सा उसमें भी लगभग 1% के आसपास है।
BSE Share Price Return
पिछले 5 दिन में शेयर 12.04% और पिछले 1 महीने में 17 प्रतिशत से अधिक टूटा है। वहीं पिछले 6 महीने में शेयर 36 प्रतिशत से अधिक चढ़ा है। साल 2025 में देखें तो YTD आधार पर शेयर 35 प्रतिशत से अधिक चढ़ा है।
सालाना आधार पर देखें तो पिछले 1 साल में शेयर ने निवेशकों का पैसा 3 गुना करते हुए 209 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। वहीं पिछले 5 साल में शेयर 4,296 प्रतिशत से अधिक चढ़ा है।