AI के जरिए अब नशे के सौदागरों पर कड़ी नजर, इस कंपनी ने तेलंगाना में तैनात किया नया मॉनिटरिंग सिस्टम

Blue Cloud ने तेलंगाना में हाईटेक सिस्टम तैनात किया है। यह सिस्टम AI के जरिए अब नशे के सौदागरों पर कड़ी नजर रखेगा।

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By Priyanka Kumari:

अब नशे की तस्करी करने वालों के लिए बचना आसान नहीं होगा, क्योंकि तेलंगाना में हाईटेक सिस्टम तैनात कर दिया गया है। ब्लू क्लाउड सॉफ्टेक (Blue Cloud Softech) नाम की कंपनी ने अपनी एडवांस टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म AccessGenie को तेलंगाना एंटी-नारकोटिक्स ब्यूरो (TGANB) के साथ तैनात कर दिया है। इस तकनीक के जरिए अब राज्य में ड्रग्स और नशे से जुड़े मामलों पर तुरंत नजर रखी जा सकेगी, खासकर भद्राचलम ब्रिज जैसे संवेदनशील इलाकों में।

इस बात की जानकारी कंपनी ने 4 अगस्त 2025 को अपनी रेगुलेटरी फाइलिंग में दी। AccessGenie एक ऐसा डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जो पुराने CCTV कैमरों को हाईटेक बना देता है। ये कैमरे अब सिर्फ वीडियो रिकॉर्ड नहीं करते, बल्कि उनमें लगी AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी खुद ये पहचान सकती है कि कौन सा वाहन या व्यक्ति संदिग्ध गतिविधि में शामिल हो सकता है।

AccessGenie प्लेटफॉर्म की सबसे बड़ी खासियत है कि ये पूरी प्रोसेस को रीयल टाइम यानी तुरंत अंजाम देता है। जैसे ही कोई गाड़ी संदिग्ध तरीके से किसी एरिया में दाखिल होती है या कोई व्यक्ति अजीब हरकत करता है वैसे ही ये सिस्टम SMS, ईमेल या WhatsApp के जरिए अलर्ट भेज देता है।

इससे पुलिस और नारकोटिक्स अफसरों को मौके पर तुरंत पहुंचने का मौका मिलता है। इससे पहले जब तक अधिकारी पहुंचते, तब तक नशे का कारोबार करने वाले लोग या तो भाग जाते थे या सबूत मिटा देते थे। लेकिन अब AccessGenie के जरिए जो निगरानी हो रही है, वो 24x7 और पूरी तरह डिजिटल है।

कंपनी की चेयरमैन जनकी यर्लगड्डा ने कहा कि ये हमारे लिए गर्व की बात है कि हम तेलंगाना पुलिस के साथ जुड़कर समाज में बदलाव ला रहे हैं। उन्होंने कहा कि Blue Cloud की कोशिश है कि देश की सुरक्षा एजेंसियों को तकनीक के जरिए मजबूत बनाया जाए, ताकि अपराध पर लगाम लग सके।

AccessGenie प्लेटफॉर्म पहले भी भारत के कई तटीय इलाकों में सुरक्षा के लिए इस्तेमाल किया जा चुका है। अब तेलंगाना में इसकी शुरुआत से उम्मीद है कि ड्रग्स जैसे खतरनाक नेटवर्क को पकड़ना पहले से कहीं ज्यादा आसान हो जाएगा।

कंपनी का कहना है कि आने वाले समय में इस सिस्टम को और भी बेहतर बनाया जाएगा। इसमें चेहरे की पहचान (facial recognition) और गनशॉट डिटेक्शन जैसी फीचर भी जोड़े जाएंगे, ताकि कोई भी संदिग्ध गतिविधि सिस्टम की नजर से बच न सके।

Blue Cloud Softech साल 1991 में शुरू हुई थी। देशभर में डिफेंस, साइबर सिक्योरिटी और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन जैसी सर्विस देती है। इस तरह की टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल अब सीधे आम लोगों की सुरक्षा से जुड़ चुका है।

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